सभी पत्रकारों से मेरा एक निवेदन है कि आपसी पत्रकार साथी एक हो जाओ***
जिस तरह नेता में एकता है डॉक्टरों में एकता है पुलिसकर्मियों में एकता है वकीलों में एकता है उसी तरह से अब पत्रकारों को भी एक होना पड़ेगा
अगर अभी एक नहीं हुए तो यूं ही जिंदगी भर झूठे मुकदमों में जेल जाते रहोगे व भू माफियाओं द्वारा मरते रहोगे
जागो पत्रकार साथियों जागो
आए दिन पत्रकारों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं जिसको लेकर लगता है सरकार गंभीर नहीं है
क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी पत्रकारों को प्रदेश सरकार द्वारा कोई आर्थिक सहायता का एलान नहीं किया गया
जब डॉक्टर पुलिस और सफाई कर्मियों को 50 लाख रुपए की बीमा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है तो पत्रकारों को क्यों नहीं
उत्तर प्रदेश के सभी पत्रकारों को प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर पत्रकारों की समस्याओं का पत्रकारों को कुछ पुलिसकर्मी द्वारा झूठे मुकदमों में जेल भेज देना वह पत्रकारों की हत्या होने के संबंध में अवगत कराना चाहिए और उत्तर प्रदेश सरकार से सभी जिलों के पत्रकारों को अपनी सुरक्षा करने के लिए लाइसेंसी शस्त्र बनवाने के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग करनी चाहिए
क्योंकि लगता है कि पुलिस तो पत्रकारों की सुरक्षा करने की नहीं है
और भारत सरकार में उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करनी चाहिए कि जिस तरह से सांसद विधायकों को लाइसेंसी शस्त्र खरीदने में छूट मिलती है उसी तरह से पत्रकारों को भी लाइसेंसी शस्त्र खरीदने में छूट मिलनी चाहिए आज हमारा एक पत्रकार भाई मारा गया है कल को हमें भी मारा जा सकता है
पत्रकार चाहे किसी भी टीवी चैनल या पोर्टल चैनल या समाचार पत्र से हो लेकिन सभी पत्रकारों को एक होना चाहिए सब भाई को एक जुट रहेना चाहिये
नींद से जागो पत्रकार साथियों नींद से जागो