बच्चो के हितो की रक्षा हेतु तथा बाल हितैषी पंचायतो के निर्माण में समितियों का क्रियाशील होना जरुरी

 बांसवाड़ा राजस्थान जनतंत्र की आवाज ब्यूरो जगदीश चावडा

बच्चो के हितो की रक्षा हेतु तथा बाल हितैषी पंचायतो के निर्माण में समितियों का क्रियाशील होना जरुरी   


सज्जनगढ़ ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का पुनर्गठन एवं आमुखीकरण कार्यशाला सम्पन्न 


  बाँसवाड़ा 16  मार्च,2021 बाल संरक्षण को सुनिश्चित करने  एवं बाल मैत्री वातावरण की स्थापना के लिए आज पंचायत समिति सभागार सज्जनगढ़ मे सेव द चिल्ड्रन, बाल अधिकारिता विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग तथा बाल कल्याण समिति के सयुक्त तत्वाधान में ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का पुनर्गठन एवं आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधान रामचंद्र डिन्डोर तथा मुख्य अतिथि उपखंड अधिकारी हेम राज,  विकास अधिकारी  और  बाल कल्याण समिति  के अध्यक्ष एवं सदस्य के आथित्य मे सम्पन्न हुआ .  

प्रारम्भ मे  विकास अधिकारी भरत कुमार द्वारा सभी अधिकारियो व प्रतिभागियों का स्वागत उद्बोधन करते हुये सभी को  सज्जनगढ़ ब्लॉक में बच्चो की स्थिति से अवगत करवाया तथा उक्त विषय पर  समेकित रूप से प्रयास करने पर जोर दिया . 

सेव द चिल्ड्रन के दिनेश कुमार ने बताया कि उक्त आमुखीकरण कार्यशाला का उद्देश्य समेकित बाल सरंक्षण योजना और किशोर न्याय, [बालको की देखरेख और  सरंक्षण] अधिनियम 2015 की पालना में उक्त समितियों  को प्रभावी संचालन एवं क्रियाशील करने के मध्येनजर किया गया | बाल अधिकार एवं बाल सरंक्षण के मुद्दे तथा ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का उद्देश्य एवं उक्त समिति की भूमिका एवं जिम्मेदारियों को विस्तृत रूप से साझा किया गया. 

मुख्य अथिति उपखंड अधिकारी हेमराज द्वारा स्थानीय स्तर पर बच्चो की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुये यहा पर व्याप्त बाल श्रम, बाल विवाह आदि कुरीतियों के रोकथाम हेतु राज्य सरकार द्वारा निर्धारित ढांचो को आगे आकार काम करने को प्रोत्साहित किया.  अपने उद्बोधन में बाल सरंक्षण की दिशा में सेव द चिल्ड्रन के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की और पंचायत के जन प्रतिनिधियों को कहा हमारे सयुंक्त प्रयासों से ही सज्जनगढ़ ब्लॉक में बच्चो के लिए सुरक्षित माहौल बनाया जा सकेगा |

कार्यशाला में  प्रधान श्री रामचन्द्र डिन्डोर द्वारा अपने वक्तव्य में बताया की हमारे क्षेत्र में बच्चो से जुडी हुई अनेको प्रकार की समस्याए हैं जैसे बाल विवाह,बाल मजदूरी तथा बच्चे शिक्षा से वंचित हैं |ऐसी स्थिति में इस सदन में उपस्थित सभी ग्राम विकास अधिकारी व सरपंचो की अहम भूमिका हैं की वो सभी ग्राम पंचायत स्तर बाल सरंक्षण समिति का गठन सुनिश्चित करे तथा उनकी नियमित बैठके करते हुए इस क्षेत्र के बच्चो को जिस तरीके से अधिनियम की मंशा हैं उसके अनुसार खुशहाल जीवन प्रदान करने  हेतु कार्य करे | साथ ही यहाँ पर उपस्थित बाल सरंक्षण समिति के कार्यकारिणी के सदस्यों से यह अपेक्षा की जाती हैं की प्रत्येक माह बाल सरक्षण समिति की नियमित बैठके का आयोजन करे तथा इन बच्चो से जुड़े हुए मुद्दों का एकजुट होकर कार्य करना शुरू करे | बच्चो को बाल भय मुक्त वातावरण उपलब्ध कराने तथा बच्चो को उपलब्ध सेवाओं से जोड़ने के लिए सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया | 

कार्य शाळा में वक्ता विशेषज्ञ एवं सदस्य बाल कल्याण समिति मधुसुदन व्यास द्वारा समिति के समक्ष प्रस्तुत कठिन परिस्थितियों एवं जोखिम वाले बच्चो की स्थिति, दुर्दशा आदि का जिक्र किया | श्री व्यास ने अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया की ग्राम पंचायत स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों का गठन, नियमित बैठकों का आयोजन तथा पंचायतवार सभी देखभाल एवं सरंक्षण की आवश्यकता वाले बच्चो की सूची संधारित करने तथा प्रत्येक पंचायत की बाल सरंक्षण कार्ययोजना तैयार करने और इसी तर्ज पर ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति  की  योजना का निर्माण हो, ताकि जिले में ऐसे संकटग्रस्त बच्चो को उचित पुनर्वास एवं उनके अधिकारों की रक्षा हो सके | उन्होंने उपस्थित जन प्रतिनिधियों को बालात्कार पीड़ित बच्चियों हेतु सरकार द्वारा प्रदान की जाने मुआवजा के बारे में जानकारी प्रदान की और भांगजेड़ी प्रथा का पुरजोर विरोध करने का अनुरोध किया |


 कार्यशाला में पूर्व अध्यक्ष  बाल कल्याण समिति  गोपाल पाण्ड्या ने अपने उद्बोधन में बाल सरंक्षण हेतु सरकारी व गैर सरकारी प्रयासों और व्यवस्थाओ/सेवाओ के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की | इस बात पर प्रकाश डाला की ICPS योजना एवं जेजे एक्ट की मंशा अनुसार उक्त समितियों का गठन, क्षमता वर्धन तथा सुदृढीकरण किया जाना हम सभी का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बाल सरंक्षण हेतु पंचायतो के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी प्रदान की | समाज में व्याप्त कुरूतियो से बच्चो पर पड़ने वाले दुष्परिणामो पर विस्तार से अपना पक्ष रखा | उन्होंने अपने अनुभवों को साँझा करते हुए बाल सरंक्षण की दिशा में किये गए प्रयासों से प्राप्त आत्मसंतुष्टि का वर्णन किया । कार्यक्रम मे पंचायत स्तरीय सरपंचो द्वारा अपने क्षेत्र मे किए जा रहे बेहतर संचालन को भी साझा किया गया। पंचायत स्तरीय बाल सरंक्षण समिति के उपस्थित सदस्यों से अपने अपने क्षेत्रो में बच्चो के हितो पर गहनता से कार्य करने पर जोर दिया | 

कार्यशाला में समस्त ग्राम पंचायतो के सरपंच,सचिव सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, BCMHO,अतिरिक्त विकास अधिकारी,मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी,बाल सरंक्षण पुलिस अधिकारी,ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी व सेव द चिल्ड्रन के कार्यकर्त्ता आदि उपस्थित रहे | कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मण लाल डामोर ने किया व धन्यवाद ज्ञापन इन्द्रजीत डोडियार ने किया |

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