रिटोत्सव में दिल्ली निवासी रितू ने रीट का प्रसव पीड़ा के चलते, ढ़ाई घंटे का पेपर 1.5 घंटे में पूर्ण कर नन्ही परी को बीडीके अस्पताल में जन्म दिया।*

 *रिटोत्सव में दिल्ली निवासी रितू ने रीट का प्रसव पीड़ा के चलते, ढ़ाई घंटे का पेपर 1.5 घंटे में पूर्ण कर नन्ही परी को बीडीके अस्पताल में जन्म दिया।*



झुंझुनूं(सुरेशसैनी)27 सितंबर

पीएमओ डॉ वीडी बाजिया ने बताया कि 24 वर्षिय दिल्ली निवासी,श्रीमती रितू पत्नी नितीन  रीट की परिक्षा देने खेतड़ी,झुंझुनूं आई। प्रातः 10बजे पेपर देने पहुंची,ईसी दौरान प्रसव पीड़ा आरंभ हो गयी।पर शिक्षक बनने एक जुनून स्वार था। तो रितू ने रिट का पेपर पूर्ण करने की हिम्मत दिखाई।तथा 2.30 घंटे  का पेपर 1.5‌घंटे में पूर्ण किया।

रितू ने बताया कि परिक्षा स्थल से एंबुलेंस द्वारा खेतड़ी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर मैम्बरैन रप्चर होने एवं संभावित जटिल डिलिवरी के चलते खेतड़ी से तूरंत एंबुलेंस द्वारा राजकीय बीडीके अस्पताल झुंझुनूं में भर्ती कराया गया।यहां के सुप्रशिक्षित चिकित्सकों एवं स्टाफ के द्वारा बिना आपरेशन के दोपहर 3.30 बजे सामान्य प्रसव कराया गया। 

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जितेंद्र भाम्बू ने बताया कि रीट एवं पुत्री दिवस के अवसर पर, जन्मी नन्ही परि का वजन 2.6 किलो है तथा बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉ भाम्बू ने बच्ची की सामान्य जांच कर मां को दिया।

रितू ने परिक्षा स्थल से लेकर अस्पताल तक रहने-खाने-पीने-चिकित्सा व्यवस्था समेत सभी  व्यवस्थाओं के लिए जिला कलेक्टर उमरदीन खान, पुलिस अधीक्षक मनीष  त्रिपाठी, पीएमओ डॉ वीडी बाजिया,जनाना प्रभारी डॉ पुष्पा रावत, आरएमओ डॉ जितेंद्र भाम्बू एवं समस्त स्वास्थ्यकर्मियों का सामान्य प्रसव से स्वस्थ नन्ही परि पैदा होने पर, तहेदिल से शुक्रिया अदा किया।

दिल्ली निवासी रितू के पति नितिन ने अत्यंत ही खुशी के साथ बताया कि दो वर्ष उनके दिल्ली में शिक्षक की नौकरी मिली उसी वक्त उनकी बड़ी बेटी का जन्म हुआ था।

और ईसबार संभावित प्रसव की तिथि 24 अक्टूबर थी।पर डिलिवरी समय से पूर्व 26सितंबर को ही हुई। एवं एक और नन्ही परी खुशियां लेकर घर आई।

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