सूरजगढ के ई-मित्राें के औचक निरीक्षण मे अनियमितता पाये जाने पर मुकदमा दर्ज

 सूरजगढ के ई-मित्राें के औचक निरीक्षण मे अनियमितता पाये जाने पर मुकदमा दर्ज


झुंझुनूं,(सुरेशसैनी) 15 सितंबर। आमजन को बेहतर ई-गवर्नेस की सुविधा देने के लिए ई-मित्र कियोस्कों पर पाई जाने वाली कमियों को दूर करने के लिए उपखण्ड अधिकारी सूरजगढ दीपांशु सागंवान के निर्देश पर ब्लॉक लेवल पर कुल 4 निरीक्षण टीमों के द्वारा बुधवार को सूरजगढ उपखण्ड में संचालित कुल 12 ई-मित्र कियोस्कों का औचक निरीक्षण किया गया।

सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग सूरजगढ़ की प्रोग्रामर पुष्पा ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी सूरजगढ के नेतृत्व में टीम द्वारा पिलानी शहर के 5 ई-मित्र केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान आजाद ई-मित्र तथा लक्ष्मी ई-मित्र भगत सिंह सर्किल पिलानी के पास अनाधिकृत मोहरें पाई गई व ई-मित्र पर उपलब्ध जाति व मूल निवास प्रमाण पत्रों की सेवाओं की राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राशि से अधिक वसूली लेते पाये गये। इन अनियमितताओं में दोषी पाये जाने के कारण आजाद ई-मित्र तथा लक्ष्मी ई-मित्र कियोस्क धारकों पर आईपीसी धारा के तहत संज्ञय अपराध में सात वर्ष की कैद का प्रावधान के तहत पुलिस थाना पिलानी में मुकदमा दर्ज करवाया गया तथा दोनों ई-मित्रों को अस्थायी रूप से बंद व पांच-पांच हजार की पेनल्टी लगाई गई। राज ई-मित्र भगत सिंह सर्किल पिलानी पर रेट लिस्ट चस्पा नहीं मिलने के कारण एक हजार रूपये की राशि जुर्माना आरोपित की गई। अन्य 2 ई-मित्र राकेश कुमार तथा शर्मा ई-मित्र पटवारी गली सूरजगढ पर अनियमितता पाये जाने के कारण मोके पर नोटिस जारी किया गया।

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चूजों में ब्रूडिंग प्रबंधन के महत्व पर पशुपालकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित

झुंझुनं 15 सितम्बर। सिरियासर कलां के पशु विज्ञान केंद्र द्वारा पशुपालको के लिए चूजों में ब्रूडिंग प्रबंधन पर एक ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें 23 पशुपालकों ने भाग लिया। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने चूजों में ब्रूडिंग प्रबंधन का महत्व बताते हुए कहा कि ब्रूडिंग प्रबंधन मुर्गीपालन की नींव है। केंद्र के डॉ विपिन चन्द्र ने बताया कि चूजों को अंडे से निकलने के बाद गर्म तापमान पर रखा जाता है, जिसे कहा जाता है। जब हेचरी से चूजे फार्म में आते हैं तब पहले सप्ताह तापमान 90-95 डिग्री र्फानेहाइट होना चाहिए, इसके बाद में हर सप्ताह 5 डिग्री फॉरेनहाइट तापमान कम करते रहना चाहिये, तापमान कम टैब तक करें जब तापमान 70-75 डिग्री फार्नेहाइट तक न पहुंच जाये। गर्मी के महीने में प्रति चूजे को 1 वाट व र्सदियों में 2 वाट प्रकाश की आवश्यकता होती है ।

ब्रूडिंग प्रबंधन में बताया कि बिछावन में लकड़ी का बुरादा 4-5 सेमी. मोटाई का एक समान रूप से बिछा देना चाहिये व उस पर न्यूज पेपर बिछा देने चाहिये , पहले तीन दिन तक चूजों को 23.5 घंटे बल्ब द्वारा रोशनी देनी चाहिये व बल्ब दिन के समय केवल 30 मिनट के लिए ही बंद करें, चूजे फार्म में आने से पहले गुड़ व सिरका मिला हुआ पानी तैयार कर ले व सबसे पहले ये पानी दे ताकि चूजों का स्टे्रस कम हो व पेट अच्छे से साफ हो जाये ,पहले 3 दिन तक पानी में एंटीबायोटिक भी चलानी चाहियें ताकि योल्क की समस्या ना रहे, पहले दिन अखबार पर दाना डालना चाहिये व बीच -बीच में फीडर भी रखें (100 चूजों पर 2 दाने के व 2 पानी के र्बतन) 3-4 दिन बाद अखबारों को हटा देना चहिये। मुर्गीफार्म में वेंटिलेशन या हवा का आवागमन सही होना चाहिये अगर र्फाम में वेंटिलेशन सही नहीं होगा तो अमोनिया गैस का स्तर बढ़ जाएगा व चूजों में श्वसन संबंधी रोग तथा पानी भरने की समस्या (एसाइटीस) की समस्या हो जाती है व र्मुगियाँ मारने लग जाती है तथा वजन में वृद्धि कम हो जाती है। केंद्र के डॉ. सुखवीर सिंह ने टीकाकरण के बारे में जानकारी दी तथा अंत में भाग लेने वाले सभी पशुपालकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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