स्थानीय पुलिस की शिकायत लेकर एसएसपी के निवास पर धरना

 स्थानीय पुलिस की शिकायत लेकर एसएसपी के निवास पर  धरना 


आरोपी के घर दबिश देने गई मेजा पुलिस ने दूसरे परिवारीजनों से की बदसलूकी व मारपीट


बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी (पिता) के साथ थाना प्रभारी द्वारा बदसलूकी रोकने पर छुट्टी पर आए फौजी के साथ थाना प्रभारी ने की मारपीट

सुभाष तिवारी लखनऊ

प्रयागराज,मेजा :- इलाकाई थाना क्षेत्र के सिरसा चौकी अंतर्गत ग्राम सभा मिश्रपुर मे सप्ताह भर पहले पत्रकार के साथ हुए विवाद में मेजा इस्पेक्टर अरुण कुमार चतुर्वेदी अपने कांस्टेबल और महिला कांस्टेबल के साथ आरोपितों के घर दबिश देने मिश्रपुर गांव गए थे। जहा आरोपी व्यक्ति के नहीं मिले पर ताऊ के घर पर रही महिलाओ से पुछताछ कर रहे थे कि उसी परिवार के महिला और बच्चियों पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। जिसमें थाना प्रभारी में जा अरुण कुमार चतुर्वेदी अपना आपा खोते हुए घर में मौजूद महिलाओं का हाथ पकड़कर मारा पीटा और भद्दी-भद्दी गालीया देते हुए अभद्रता से पेश आए। सूत्रो की माने तो मेजा कोतवाल कानून को हाथ में लेते हुए घरवालों को दबंगई के साथ महिलाओं और बच्चों को धमकाते हुए कहां कि अगर दो दिन में फरार व्यक्ति थाने नहीं आता तो पूरे परिवार को फर्जी मुकदमे में फंसा देंगे और जिंदा जला देंगे। थाना प्रभारी का इस रावण रूपी रूप को देखकर परिवार डरा सहमा है। मानो ऐसा लगता है कि उस परिवार पर मेजा थाना प्रभारी यमराज बनकर टूट पड़े हैं। इतना ही नही घर में मौजूद फौज के रिटायर सैनिक अजुक नारायण यादव जिनकी उम्र 65 वर्ष बताई जा रही है उनको भी नही छोडा और भला बुरा कहते हुए घसीट कर गाड़ी पर बैठाने की बात कहने लगे। जिससे पास में खड़े उनके छुट्टी पर आए फौजी बेटे को नागवार गुजरा और पिता को भलाबूरा कहने से मना करने पर उनके फौजी बेटे मनीराज यादव 40 वर्ष पर भी अपना हाथ साफ कर लिया। इस दौरान मेजा पुलिस की रवैया देखकर मानो ऐसा लग रहा है जैसे सारे कानून और हथकंडे इनके हाथ में ही है। इतना ही नहीं थाना प्रभारी द्वारा के घर जा रहे स्क्रिप्ट को देख मौके पर पहुंचे जब पत्रकारों ने पूछा कि इस परिवार का कोई सदस्य नामजद भी नहीं है फिर इस परिवार के ऊपर आपके द्वारा ऐसी कार्यवाही क्यों की जा रही है तो थाना प्रभारी द्वारा पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी से पेश आते हुए उन्हें भी अब शब्द का प्रयोग करते हुए पत्रकारिता सिखा देने की बात कही गईवही मेजा इस्पेक्टर अरुण कुमार चतुर्वेदी द्वारा 05/11/2021को सिरसा चौकी में तैनात दरोगा हरीश चंद शर्मा को चौकी क्षेत्र के गांव रामनगर के ही बीजेपी नेता शंकरलाल केसरी द्वारा चौकी में घुसकर चौकी इंचार्ज के गिरेबान पर हाथ डाला तब उनकी पुलिस प्रशासन मौन रही। जिससे अपने ही विभाग के कर्मचारी के ऊपर हुए इस कृत्य पर इंस्पेक्टर अरुण चतुर्वेदी की दबंगई नहीं नजर आई।आपको बता दें कि जहां एक तरफ प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े दावे और मुहिम चलाई जाती है वहीं पर देखा जाए तो मेजा में तैनात खाकीधारियों द्वारा महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा हैं। थाना प्रभारी द्वारा किए गए इस प्रकार के कारनामे से डरा सहमा परिवार कहा जाए, किस्से न्याय की गुहार लगाए।

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