धर्म परिवर्तन करने वालों का आरक्षण समाप्त किया जाए़‌। वसुनिया

 ललित गोलेछा 



*धर्म परिवर्तन करने वालों का आरक्षण समाप्त किया जाए वसुनिया


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जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं ने घर-घर किया संपर्क !                     ग्राम पंचायत झिकली के गांव वडलीपाड़ा में कार्यकर्ताओं ने सघन संपर्क किया! जिसमें जनजाति सुरक्षा मंच की प्रमुख मांग को हमारे जनजाति समाज के बीच में बताते हुए सुरक्षा मंच के वेस्ताराम वसुनिया ने बताया कि जनजाति समाज मुल रूप से हिंदू!है! संस्कृति रीति रिवाज की बेंच पर संविधान में आरक्षण की व्यवस्था को लागू किया गया था ! परंतु दुर्भाग्य है कि हमारे समाज के रिवाजों को संस्कृति को जिन्होंने छोड़ दिया अर्थात जो ईसाई एवं मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लिया उन्हें तमाम सरकारी सेवाओं मैं जो आरक्षण प्रदान किया गया था जो धर्म बदल चुके हैं उन्हें उस आरक्षण की केटेगरी से बाहर किया जाए अर्थात  डीलिस्टिंग- डीलिस्टिंग- डीलिस्टिंग यह मांग पूरे देश में उठी है! यहां तक कि संसद के अंदर भी इस मांग को पुरजोर तरीके से उठाया गया है! यह लोग कहीं ना कहीं धर्म परिवर्तन करने के बाद हमारी संस्कृति एवं हमारे धर्म को भी आघात पहुंचा रहे हैं! जो संस्कृति को बदल चुका है उसे डीलिस्टिंग करना ही होगा क्योंकि ऐसे लोग ना धर्म को मानते हैं ना संस्कृति ना हमारी परंपरा को जिन्होंने जो परंपरा छोड़ दी वह हमारे जनजाति समाज से अलग होने चाहिए यह एक सोचनीय विषय है इसी प्रकार से देश भर में गांव गांव एवं घर-घर संपर्क कर यह जन जागरण किया जा रहा है! उपस्थित कार्यकर्ताओं में बहादुर भाई ,अमरसिंह, रायचंद भाई ,रामचंद्र भाई, चुनिया भाई ,मानसिंह भाई, गलियां भाई, तीजिया भाई, आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे यह जानकारी जिला संयोजक बहादुर भाई डामोर ने दी!

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