चार बीघे जमीन की लगाई थी शर्त,सपा जीतेगी,भाजपा जीती तो अखिलेश समर्थक ने बाजी हारने पर क्या किया*

 *चार बीघे जमीन की लगाई थी शर्त,सपा जीतेगी,भाजपा जीती तो अखिलेश समर्थक ने बाजी हारने पर क्या किया*



सुभाष तिवारी लखनऊ


बदायूं।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने से पहले भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी या समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी इसको लेकर सट्टा बाजार बहुत गरम रहा।बदायूं जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है,जो सभी को चौंका दिया है।यहां भाजपा और सपा समर्थक ने चार बीघे जमीन को लेकर शर्त लगाई थी।इस शर्त का गवाह पूरा गांव बना।इसके लिए दोनों का शर्त का लिखितनामा भी तैयार किया है।अब ये लिखितनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


जानें क्या है पूरा मामला


आपको बता दें कि 10 मार्च को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं।भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाने जा रही है।अब अखिलेश समर्थकों के हाथ पांव फूल गए है,क्योंकि शर्त के मुताबिक सपा समर्थक को अपनी 4 बीघा जमीन जीतने वाले भाजपा समर्थक विजय सिंह को देनी पड़ेगी।


 मामला बदायूं जिले शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव विरियाडांडी का है।ऐसा बताया जा रहा है कि गांव की चौपाल पर ग्रामीणों के बीच किसकी सरकार बनेगी इसको लेकर बहस चल रही थी।कोई कह रहा था कि इस बार सपा सरकार बनेगी तो कोई भाजपा सरकार बनने पर जोर दे रहा था। इसी दौरान चौपाल पर मौजूद शेर अली ने कहा कि इस बार सपा सरकार बनेगी। उनकी बात काटते हुए विजय सिंह ने कहा कि चाहे कोई शर्त लगा ले सरकार तो भाजपा की ही बनेगी। इसी दौरान दोनों के बीच चार-चार बीघा खेत की शर्त लग गई। इसके लिए बकायदा लिखितनामा भी तैयार हुआ और गांव के ग्रामीण गवाह भी बने।शर्त के अनुसार सरकार बनी तो वह दूसरे के चार बीघा खेत में एक साल तक अपनी फसल करेंगे।फसल से शर्त हारने वाले का कोई लेना देना नहीं होगा।


क्या लिखा था शर्त पत्र में


इस बात से दोनों में से कोई पक्ष मुकर न जाएं,इसके लिए गांव के प्रमुख लोग किशनपाल सेंगर, जय सिंह शाक्य, कन्हई लाल, राजाराम, उमेश, राजीव कुमार, सतीश कुमार सहित 12 गवाह ने पत्र तैयार कराया और उस पर अपनी गवाही दी है। भरी पंचायत में पत्र लिखा गया और फैसला हुआ इसके बाद यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।अब सपा समर्थक शेर अली शर्त हारने के बाद अपनी बात से मुकर गया है, हांलांकि शेर अली का कहना है कि विजय सिंह के भाई मेरे घर आए थे और बात की उसी वक्त खत्म करने के लिए कहा था।


 


दबाब पड़ेगा तो देनी पड़ेगी जमीन: शेर सिंह


शेर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शर्त खत्म करने वाली बात को लेकर मेरी बात विजय सिंह से फ़ोन पर भी कराई गयी थी। जब हमने पूछा कि क्या शर्त वापसी पर कुछ लिखापढ़त हुई तब शेर अली ने कहा हमने तो कहा था,लेकिन कुछ ऐसा हुआ नही था। अब भाजपा सरकार बनने पर मुझसे शर्त पूरी करने को कहा जा रहा है। चूंकि अब भाजपा सरकार आ गयी है मुझ पर दबाब पड़ेगा तो जमीन मुझे देनी पड़ेगी।

टिप्पणियाँ