कुशलगढ़ दांडी मार्च के जरिए महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत की नीव हिला दी थी रमिला खड़िया*
*कुशलगढ़ 6 अप्रैल दांडी मार्च के जरिए महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत की नीव हिला दी थी रमिला खड़िया*
*ललित गोलेछा की रिपोर्ट*
गांधी चौक परिसर में आयोजित दांडी मार्च समापन के अंतर्गत आयोजित समारोह की मुख्य अतिथि क्षेत्रीय *विधायक जनजाति आयोग उपाध्यक्ष रमिला खड़िया* ने कहा कि भारत अपनी आजादी का 75 वी वर्षगांठ मना रहा है यह मौका हर भारतीय के लिए खास है हमें आजादी यूं ही नहीं मिली इसके लिए लाखों वीर सपूतों ने जान गवा दी आजादी की लड़ाई में दांडी मार्च का खास स्थान है महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी
ब्रिटिश सरकार ने 18 82 में नमक एक्ट बना कर हवा पानी जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी वस्तु *नमक पर टैक्स* लगा दिया था इस मुद्दे को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो खिलाफ राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया दांडी मार्च कि आज हम 92 वर्षगांठ हे
गुजरात के साबरमती आश्रम से दांडी तक महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक नमक मार्च 12 मार्च से 6 अप्रैल तक 1930 तक 26 दिनों तक मार्च हुआ था
*उपखंड अधिकारी हेमराज परिडवाल* *ने कहा कि गांधी के अहिंसा सत्याग्रह के सिद्धांत के आधार पर दांडी मार्च अवज्ञा आंदोलन था कहा कि दांडी मार्च आसानी से ब्रिटिश राज्य में के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण संगठित आंदोलन था दुनिया भर का ध्यान इस ओर आकर्षित करने के लिए मार्च भारतीय स्वतंत्र आंदोलन के महत्वपूर्ण मोड़ था
समारोह में कांग्रेस के *वरिष्ठ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हसमुखलाल सेट* ने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा 26 दिन तक 6 अप्रैल 1930 को 241 मील की दूरी तय कर यह यात्रा तत्पश्चात गांधी ने कच्छ भूमि समुद्र तल से एक मुट्ठी नमक उठाकर अंग्रेजी हुकूमत को सशक्त संदेश दिया था और नमक कानून तोड़ा था
*कांग्रेस के वरिष्ठ जिला योजना समिति सदस्य रजनीकांत खबरिया* ने कहा कि महात्मा गांधी की दांडी मार्च की तेज यात्रा देशभर में चिंगारी भड़क चुकी थी इसी आंदोलन से सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई थी जहां अंग्रेजी हुकूमत के विरोध में व्यापक जन संघर्ष को जन्म दिया था
*समारोह के संयोजक युवा नेता यश खबरिया* ने कहा कि महात्मा गांधी देश के आम नागरिकों को एक मंच पर लाकर खड़ा कर दिया था जिसकी वजह से ब्रिटिश सरकार बौखला गई थी
*समारोह में शिक्षा विभाग के सीईओ शंभूलाल नायक विकास अधिकारी वालसिंह राणा तहसीलदार नितिन। मैंरावत नायब तहसीलदार विजय लाल कोठारी तिलोत्तमा पंड्या ओ एस हरीश सोनी अशोक श्रीश्रीमाल साधना पवार भरत महादवियामुकेश नीमा मिठालाल डामां रिदम सोनी अरुण जोशी* आदि ने अपने विचार व्यक्त किए
समारोह पूर्वक महात्मा गांधी की मूर्ति पर सूत की माल्यार्पण की गई संचालन तिलोतमा पंड्या ने किया
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