कुशलगढ रहे पंडित वासुदेव शास्त्री ,गमगीन माहौल मे माही तट पर हुआ अंतिम संस्कार

 कुशलगढ

 रहे पंडित वासुदेव शास्त्री ,गमगीन माहौल मे माही तट पर हुआ अंतिम संस्कार


21000 से अधिक सत्यनारायण भगवान की कथा कर चुके 

कुशलगढ उपखंड के खेडा धरती घाटा क्षेत्र के एमपी सीमावर्ती बडी सरवा कस्बे निवासी प्रकांड विद्वान,ज्योतिषाचार्य,कथावाचक पंडित वासुदेव शास्त्री 80 का शनिवार को इंदौर मे ईलाज के दौरान स्वर्गवास हो जाने से क्षेत्र मे शोक की लहर छा गयी ।वासुदेव जोशी पिछले कई दिनो से बिमार होकर इंदौर मे इलाज चल रहा था रविवार सुबह गमगीन माहौल मे निवास स्थान से निकली अंतिम यात्रा मे सैंकडो ग्रामीण क्षेत्रवासी और जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए वहिं माही माता तट पर अंतिम संस्कार विधि विधान से सम्पन्न हुआ।

21000 से अधिक सत्यनारायण कथा का श्रेय इसके अलावा अन्य धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न करवाए 

पंडित वासुदेव शास्त्री सिंचाई विभाग कुशलगढ मे बतौर बेलदार सरकारी नौकरी पर कार्यरत थे पांच वर्ष पूर्व ही सेवानिवृत होकर नौकरी के दौरान भी धार्मिक कार्यक्रम मे अग्रणी रहे जानकारी अनुसार अपने जीवनकाल मे 21000 से अधिक सत्यनारायण भगवान की कथाए करने के साथ शादिया,घर के वास्तु सहित अन्य धार्मिक कार्य मे अग्रणी रहे ।जोशी अपने पिछे दो पुत्र और तीन पुत्रियो का भरा पूरा परिवार छोड गये ।पंडित वासुदेव शास्त्री के निधन पर क्षेत्रिय विधायक रमीला खडिया,पूर्व विधायक भीमा भाई डामोर,प्रधान कानहिंग रावत,नगपालिका अध्यक्ष बबलु भाई,उपाध्यक्ष नितेष बैरागी,पूर्वपालिकाध्यक्ष रेखा जोशी,पूर्व पालिका उपाध्यक्ष लीला पडियार सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की।

फोटो स्वर्गीय पंडित वासुदेव शास्त्री

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