राजस्थान में भ्रष्टाचारियों पर एसीबी पर बड़ा वार, पकड़े 1.20 करोड़…
जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दलालों के जरिये वाहन मालिकों को डरा-धमकाकर परिवहन विभाग के अफसराें की ओर से मासिक बंधी वसूलने का बड़ा खुलासा किया है। एसीबी ने रविवार काे दाे डीटीओ और 6 इंस्पेक्टर और 8 दलालों को कस्टडी में लेकर सर्च अभियान चलाया। देर रात तक 1.20 कराेड़ रु. नकद, प्राॅपर्टी के दस्तावेज तथा दलालों से रिश्वत के लेनदेन की सूचियों सहित अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले।
पुलिस कस्टडी में लिए गए अधिकांश आरटीओ इंस्पेक्टर जयपुर आरटीओ में कार्यरत हैं। जांच में एसीबी को जयपुर आरटीओ सहित अन्य अफसरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। अभी यह खुलासा नहीं किया गया है कि किस अफसर और दलाल से कितने-कितने रुपए बरामद हुए हैं। एसीबी की टीमाें का सर्च अभियान देर रात तक जारी था।
जांच में पता चला है कि हर इंस्पेक्टर काे मासिक वसूली का टारगेट मिला हुआ है। यह आरटीओ, सचिवालय और परिवहन मुख्यालय तक के अफसरों तक जाती थी। आरटीओ से हर महीने करीब 50 लाख रुपए की वसूली हाेती है। 4 महीने से ताे अवैध बजरी और ओवरलाेड वाहनाें से वसूली का खुला खेल चल रहा था।
5 माह पहले खाद्य मंत्री रमेश मीना ने काेटा-बूंदी मार्ग पर परिवहन निरीक्षक काे वाहनों से वसूली करते पकड़ा था। मंत्री काे देखकर इंस्पेक्टर ने राशि झाड़ियाें में छुपा दी थी। बाद में इंस्पेक्टर काे निलंबित कर दिया गया था। एक माह पहले विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने भरतपुर आरटीओ इंस्पेक्टर अनिल मीना काे एनएस-21 स्थित लुधावी टाेल के पास बासी पर वाहनों से वसूली करते हुए पकड़ा था। इससे पहले भी भरतपुर आरटीओ में अवैध बजरी और ओवरलाेड वाहनाें की वसूली करते हुए इंस्पेक्टर पकड़े जा चुके हैं।