कोरोना आपदा पर जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराए जायं : अयुब खान
आपदा की घड़ी में सीनियर सिटीजन व बच्चों का रेल टिकट पर मिल रहा रियायत खत्म किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
LATEHAR - माकपा के पूर्व जिला सचिव अयुब खान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कोरोना वायरस देश में एक आपदा घोषित किए जाने पर बंदी जैसा माहौल हो गया है, दिहाड़ी मजदूर, गरीब, ठेले, खोमचेवाले , हाथ ठेलेवाले, ऑटो रिक्शा चालक, दुकानदार सहित आम जनता के रोजगार पर खासा असर पड़ा है, रोजगार प्रभावित होने से रोजी रोटी पर संकट आया गया है, सोंचिए कि जिन लोगों का घर की चुल्हा पहले से ही आर्थिक मंदी से प्रभावित हो और उन्हें कोरोना जैसे आपदा से रोजगार नहीं मिल रहा हो और वह रोज जब कमाते हैं तब खाते हैं तो ऐसे में उनके घर में बच्चों के पेट की आग कैसे बुझेगी, भुख से बचाने के लिए जनता के बीच भी राहत कार्य चलाए जाने चाहिए, तभी लोग कोरोना से लड़ पाएंगे,
कोरोना वायरस से पहले ही देश की जनता आर्थिक मंदी का खामियाजा भुगत रही हैं,
आर्थिक मंदी और कोरोना वायरस के कारण गरीबों सहित सभी वर्गों को भारी नुकसान हो रहा है, राहत देने के बजाय सरकार सीनियर सिटीजन व बच्चों का रेल टिकट पर मिल रहा रियायत खत्म कर दिया जो जनता पर ही बोझ डालने वाला है
आगे कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए केवल चिकित्सा व्यवस्था को ठीक रखने के साथ साथ सभी को भुख से बचाने की भी सख्त जरूरत है,
इस संकट से निबटने के लिये सभी परिवारों को दो महीने तक मुफ्त मे राशन, साबून और दाल घर घर पहुंचाने कि व्यवस्था किए जाएं, बच्चों को मध्यान भोजन भी घर घर जा कर दिया जाय, समाजिक सुरक्षा पेंशन भी दो माह का पहले ही भुगतान कर दिया जाय, जिसका भी कारोबार प्रभावित हुआ है उन सबकी उचित भरपाई किए जाने चाहिए, रोजगार का भी संकट बढ़ रहा है, राहत सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई तो आने वाले समय में बिमारी के साथ साथ भुख से भी मौत होने की मामले बढ़ने लगेंगे।