सरकारी नुमाइंदे ने मंदिर माफी भूमि को पुजारी के नाम किया 60 बीघा मंदिर माफी भूमि का है मामला जिस पर अब चालू हो गई है प्लॉटिंग प्रशासन अनजान पुजारी मालामाल सरकार अंधेरे में देखिए विस्तृत रिपोर्ट

जयपुर शहर के आमेर स्थित मंदिर जगत शिरोमणि की करीब 60 बीघा जमीन को आमिर एसडीएम तहसीलदार पुजारी मैं मिलकर फर्जीवाड़ा कर मंदिर माफी भूमि को पुजारी के नाम कर दी गई है तथा वहां पर फ्लोटिंग का कार्य जोर शोरों से चल रहा है तथा एक समुदाय के लोगों को उक्त जमीन को बेचैन किया जा रहा है हमारे राजस्थान सरकार के कानून नियम सब धराशाई कर दिए गए हैं कार्रवाई के अभाव में वहां पर बना रहे भूमि खरीदकर मकानों को बालों को कोई भी असर नहीं दिखाई दे रहा है अंधा बांटे रेवड़ी अपने अपने को दे वह वाली कहावत चतुराई हो रही है तथा धड़ल्ले से मकानों की खरीद पड़ोस जारी है जोकि मंदिर माफी भूमि पर स्थित है प्रशासन इसको रोकने में नाकाम साबित हो चुका है क्योंकि जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का जब खुद ही तहसीलदार एसडीएम इस प्रकरण में लिप्त हो तो कार्रवाई कौन करेगा तथा मामले को दबाने की पूर्ण कोशिश की जाती है तथा शिकायतकर्ता को धमकी भी दी जाती है तथा कोई कार्रवाई नहीं होने के शिकायतकर्ता भी हताश हो जाता है लेकिन हम आपको बता देगी उक्त मंदिर माफी भूमि करीब 60 बीघा है जिसका बाजार मूल्य करोड़ों रुपए में आ जाता है जिसको उपरोक्त महाशय द्वारा लीपापोती कर फर्जीवाड़ा कर जमाबंदी पुजारी के नाम ट्रांसफर कर दी गई है तथा पुजारी को खुलेआम प्लॉटिंग करने में प्लाट बेचने की आजादी दे रखी है जबकि आपको बता दें कि मंदिर माफी भूमि को पुजारी के नाम होने के बाद भी बेचन नहीं कर सकता है यह सिर्फ राज सरकार के या देवस्थान विभाग के द्वारा ही बेचान या ट्रस्ट निर्माण के पावर है लेकिन या परसों दा खेल चल रहा है जो भी कोई इसको उठाने की कोशिश करता है उसे दबा दिया जाता हैर


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