महामारी के विरुद्ध लड़ाई में रात दिन एक कर दिये हैं डाक्टर* *प्रजापति ने
महामारी कोरोना ने जिले में अपने पैर पसारे तों भला इसके विरुद्ध जिले भर के नागरिकों के साथ शासकीय अमला भी जी-जान से जुट गया ।शहर का हर चिकित्सक,और चिकित्सा जगत में संलग्न हर व्यक्ति अपने -अपने स्तर से जनता के सहयोग के लिए आगे आ गये ।
इनमें शहर विधायक के निर्देशन मे पार्टीें कार्यकर्त्ता,सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्त्ता भी अलसुबह से शाम तक शहर के सभी क्षेत्रों में जरुरतमंदों को अपनी सेवाएं प्रदान करने कमर कसकर आगे आ गये ।जो एक माह से सतत् अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं ।
ऐसे में शहर के दानदाताओं ने भी अपने दायित्वों को पूर्ण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी ।खुशी की बात यह है कि शहर के जरूरतमंद से लेकर खानाबदोश तक कोई भी भूखा नहीं रहता है । अपनी सुद्ड व्यवस्था से सुबह-शाम सेवा में संलग्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि , प्रशासन के नुमाइंदे भी अपने उत्कृष्ट अंजाम देने में पिछे नहीं रहते ।
ऐसे विकट समय में सीएमएचओ , सीएमओ चिकित्सा जगत के डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ , चिकित्सा महाविद्यालय के डीन के साथ वहां का समूचा स्टाप मुस्तेदी से अपने कार्य को पूर्ण कर रहा है ।इन सबमें भी जिला महाचिकित्सालय के डॉक्टर प्रमोद प्रजापति एक मिसाल है । डाक्टर प्रजापति कोरोना से लड़ाई में प्रथम दिन से ही एक सशक्त योद्धा के रूप में जुटे हुए हैं ।वे कोरोनावायरस के विरुद्ध एक्शन प्लान की प्रमुख धुरी बनें हैं जिनके माध्यम से जिला चिकित्सालय में कोरोना के विरुद्ध वृहद रूप से गतिविधियां संचालित की जा रही है ।
कोरोनावायरस से लड़ाई में डॉक्टर प्रजापति द्वारा दिन-रात एक कर दिए गए हैं ।वह पब्लिक हेल्थ में पीएचडी धारक होकर जिला चिकित्सालय में एपीडर्मोलाजिस्ट तथा जिला मलेरिया अधिकारी हैं ।कोरोना संबंधी संभावित मरिजों की कान्टे्क्ट हिस्ट्री लेकर उसके कारणों की पड़ताल भी उनके द्वारा की जा रही है ।मरिजों को भर्ती कराने से लेकर अन्य नये व्यक्तियों में संक्रमण का प्रवेश नहीं हो , इसके लिए वे जी जान से जुटे हुए हैं ।दिन रात ढैरों फोन कॉल आने की वज़ह से डॉक्टर प्रजापति को अपना मोबाइल लगातार रिचार्ज करते रहना पड़ता हैं ।
कोरोना से लड़ाई में डॉक्टर प्रजापति की व्यस्तता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि वे मात्र 2-3धन्टे की नींद ही लें पाते हैं । भोजन भी दिन भर में एक बार ही हो पाता है ।रात को कोरोना संबंधी विभिन्न कार्य करते करते नींद आ जाती है । और सुबह उठते ही अपने काम पर आ जाते हैं । उनके प्रमुख कार्यों में कोरोना संबंधी रिकार्ड चैक करना , सुबह उठकर विभिन्न शासन स्तरों पर रिपोर्ट तैयार कर भेजना , जिला चिकित्सालय ओपीडी से डाटा का अध्ययन करना कोरोना संदिग्ध प्रकरणों में सेंपल कलेक्शन करवाना ,मरिजों की स्कि्निंग करवाना जैसे ढैरों काम उनकी दिनचर्या में शामिल हैं जो बिना थके करते जाते हैं । पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ की जानकारी लेना , रैपिड रिस्पांस टीम से रिपोर्ट प्राप्त करना , मोबाइल मेडिकल टीम से रिपोर्ट प्राप्त करना , कांटेक्ट टे्सिंग की जानकारी प्राप्त करना भी उनके महत्त्वपूर्ण कार्यों में सम्मिलित हैं ।