मध्य प्रदेश के गुना मैं मेहनत से खड़ी की फसल पर आंखों के सामने जेसीबी चलता देख दलित पति-पत्नी ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला गुना जिले के कैंट थाने के जगनपुर चक का है। माता-पिता के जहर खाकर गिरने के बाद मासूम बच्चे बिलख-बिलख कर रो पड़े जिसे देखकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया जाना था वो मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। इस जमीन पर एक दलित परिवार किसानी करता है। प्रशासन से परिवार ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई कि फसल कट जाने तक कार्रवाई न करें लेकिन जब प्रशासनिक टीम नहीं मानी तो दलित पति-पत्नी ने घर की झोपड़ी में ही रखी कीटनाशक पी लिया।
अतिक्रमण की हुई जमीन को दलित परिवार राजू और उसकी पत्नी सावित्री ने बटाई पर लिया है और खेत में झोपड़ी बनाकर अपने छोटे छोटे 6 बच्चों के साथ रहते हैं। प्रशासन की टीम जैसे ही कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो पहले तो राजू और पत्नी सावित्री ने अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़े लेकिन जब अधिकारी नहीं माने और खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने लगे तो दोनों भागकर झोपड़ी में पहुंचे और वहां रखी कीटनाशक पी ली। कीटनाशक पीने के कारण पत्नी सावित्री मौके पर ही बेसुध होकर गिर गई। मां की हालत देख मासूम बच्चे बिलख उठे और उसकी छाती से लिपट गए। मासूम बच्चों की चीख पुकार से हर किसी की रूह कांप गई। कुछ ही देर बाद पति राजू ने भी कीटनाशक पी लिया।
माता-पिता के जहर पीकर बेसुध होने के बाद एक मासूम बच्ची मां की छाती पर बैठ गई और जोर जोर से रो उठी। पास ही बेसुध पड़े पिता राजू से भी मासूम बच्चे लिपट गए और रोते रोते पिता को होश में लाने का प्रयास करने लगे। प्रशासन के गुहार न सुनने से दुखी राजू ने अपने मासूम बच्चों को भी जहर पिलाने की कोशिश की हालांकि राजू बच्चों को जहर पिला पाता इससे पहले ही मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक दिया। पुलिस राजू को पकड़ने का प्रयास कर रही थी इसी दौरान उसने दौड़ लगा दी और खुद भी कीटनाशक पी लिया। जिससे वो भी बेहोश हो गया। ये सब देख अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए।
दलित राजू ने अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों से गुहार लगाते हुए ये तक कहा कि साहब मैं गरीब आदमी हूं, मुझ पर तीन लाख रुपए का कर्जा है, 6 छोटे-छोटे बच्चे हैं, कर्ज को पटाने के लिए मैं बटाई पर जमीन लेकर खेती कर रहा हूं। मुझे खेती कर लेने दीजिए, नहीं तो मेरे परिवार को जहर दे दीजिए।
जमीन पर बनना है मॉडल कॉलेज
दरअसल जिस जमीन को लेकर ये सारा हंगामा हुआ वो जमीन मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। जिस पर जल्द काम शुरू होना है। मॉडल कॉलेज का निर्माण करने वाली एजेन्सी का कहना था कि प्रशासन उनको जमीन खाली करके दे। इसी आशय से एसडीएम शिवानी रायकवार के निर्देश पर नायब तहसीलदार निर्मल राठौर के नेतृत्व में पटवारियों, आरआई अमले के साथ जमीन को खाली कराने पहुंचे थे ।