16 सूत्री मांगों को लेकर माकपा का चल रहा है जन अभियान।
आत्मनिर्भर भारत का जुमला उछाल कर राष्ट्रीय संपदा को कारपोरेट घरानों के हवाले की जा रही है : अयुब खान
लातेहार - माकपा के देशव्यापी आह्वान पर जनता के 16 सूत्री मांगों को लेकर 20 से 26 अगस्त तक विरोध सप्ताह कार्यक्रम के तहत आज पार्टी ने कामता पंचायत में आज जन अभियान चलाया, इसमें शामिल पार्टी के पूर्व जिला सचिव सह चतरा लोकसभा प्रत्याशी अयुब खान ने कहा है कि केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अचानक बिना तैयारी के एकतरफा तरीके से लॉकडाउन लगाए जाने से हमारे देश में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने में बेअसर साबित हुआ है, स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है, महामारी का वैज्ञानिक तरीके से मुकाबला करने ,स्वास्थ्य सुविधाओं को पुख्ता करने, हेल्थ कर्मियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने, बड़े पैमाने पर टेस्टिंग करने ,जैसे काम में सरकार विफल रही है, दूसरी ओर लॉकडाउन में हमारी जनता का विशाल बहुमत खासतौर पर रोज कमाने खाने वाले लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है, बड़े पैमाने पर लोगों के रोजगार खत्म हो गए हैं, बढ़ती भूख और कंगाली ने देश के गरीबों का जीना मुहाल कर दिया है, केंद्र सरकार ने तुरंत लोगों को नगद पैसे का हस्तांतरण करने ,और मुफ्त अनाज दिए जाने से इंकार कर जनता की तकलीफों तथा दुखों को और बढ़ा दिया है और अब इस महामारी पर काबू पाने में विफल रहने के बाद केंद्र सरकार ने अपनी सारी जिम्मेवारी और समस्याओं का बोझ राज्य सरकारों पर डाल दिया है, इतना ही नहीं अब मोदी सरकार आत्मनिर्भर भारत का जुमला उछाल कर हमारे देश की राष्ट्रीय संपदा को देशी - विदेशी कारपोरेट घरानों के हवाले करने की साजिश कर रही है, इस पृष्ठभूमि में पार्टी ने जनता के ज्वलंत मुद्दों से संबंधित 16 सूत्री मांगों को लेकर पूरे देश मे व्यापक अभियान चला रही है, जिला मे गांव स्तर पर पार्टी ब्रांचों के द्वारा जन संपर्क अभियान चलाकर केंद्र सरकार की गरीब विरोधी नीतियों से जनता को अवगत कराया जा रहा है।
26 अगस्त को माननीय राष्ट्रपति के नाम मांगों से संबंधित स्मार - पत्र सौंपकर अभियान का समापन किया जाएगा, अभियान में जितन गंझु, शाहबाज खान, गोपी गंझु, फहमीदा बीवी, शांति देवी, शौकत खान, खलील खान व अन्य शामिल थे।