*स्टेट बैंक ऑफ इंडिया लक्ष्मणगढ़ के मैनेजर के व्यवहार से जनता परेशान - विधवा के खाते पर लगाई अनावश्यक रोक*
*प्रबंधक नहीं कर रहे सहयोग,जनता हो रही है भारी परेशान - सीधे मुँह बात नहीं करते हैं प्रबंधक राम किंकर*
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स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के कर्मचारियों की हठधर्मिता और मनमर्जी ग्राहकों पर भारी पड़ रही है। निकटवर्ती गांव नरोदडा निवासी लक्ष्मी देवी धर्मपत्नी स्व. विजयपाल का इस बैंक में खाता संख्या 61245274468 के तहत एक बचत खाता है। उक्त लक्ष्मी देवी के पति का 2015 में दुर्घटना में निधन होने के बाद बीमा के 12 लाख रुपए प्राप्त हुए जिनके अंतिम भुगतान की राशि 15000/-रुपए स्टेट बैंक में जमा है, लेकिन बैंक ने बिना किसी कारण के उक्त खाते से भुगतान पर रोक लगा रखी है। लक्ष्मी देवी ने बताया कि वह बैंक में अनेकों बार जा चुकी है लेकिन न तो उसे भुगतान ही किया जा रहा है और न ही कोई संतुष्टित जवाब ही दिया जा रहा है। इस काउंटर से उस काउंटर घुमाया जा रहा है। लक्ष्मी देवी के ससुर भगतावार ख्यालिया बैंक में गए तो उनके साथ स्वयं शाखा प्रबंधक ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। ज्ञातव्य है कि स्टेट बैंक के कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों से दुर्व्यवहार करना आम बात हो गई है। बैंक के प्रबंधक किंकर ने लक्ष्मीदेवी के ससुर को सहयोग करने के बजाय अपने ऑफिस से बाहर निकल जाने के लिए कहा। बैंक प्रबंधक के व्यवहार से खिन्न हो ग्राहक ने बताया कि वो अपना भुगतान लेकर इस बैंक से अपना खाता बंद करवा लेगी।