उदयपुर, 2 सितंबर/जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश्वर सिंह ने कहा है कि विभाग के माध्यम से स्वीकृत होने वाले समस्त निर्माण कार्यों में कार्यकारी एजेंसिंया यह सुनिश्चित करें कि इनमें गुणवत्ता के साथ-साथ खुबसूरती भी हो। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी निर्माण कार्य यदि गुणवत्तायुक्त और देखने योग्य न हो तो यह बहुत चिंतनीय है।
एसीएस सिंह बुधवार को यहां जनजाति आयुक्तालय सभागार में उदयपुर संभाग में टीएडी से संबंधित विभागीय अधिकारियों, कार्यकारी एजेंसिंयों व आयुक्तालय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे।
बैठक के आरंभ में टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सिंह का स्वागत किया और विभाग के समग्र वैकासिक परिदृश्य को प्रस्तुत किया। इस दौरान टीएडी, वन, लोक निर्माण, जल संसाधन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, शिक्षा(रमसा), कृषि, पशुपालन, एवीवीएनएल, खेल, आरएसआरडीसी के साथ संभाग के समस्त जिलों के टीएडी उपायुक्त ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी।
टीएडी के निर्माण कार्यों की डिज़ाईन तय हो:
एसीएस सिंह ने आयुक्तालय में निर्माण कार्यों की स्वीकृति व मॉनिटरिंग से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अधीनस्थ समस्त इंजीनियर्स की बैठक बुलावें और उन्हें विभाग द्वारा स्वीकृत समस्त हॉस्टल्स, आवासीय विद्यालय, सामुदायिक भवन और अन्य निर्माण कार्यों की एक आकर्षक डिजाईन तय कर निर्माण करावें। उन्होंने एकलव्य मॉडल स्कूलों की तर्ज पर आकर्षक एलीवेशन व रंगरोगन कराने व निर्माण कार्यों में राजस्थानी शिल्प का पुट देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो कार्य निर्माणाधीन है उनके एलीवेशन में परिवर्तन भी करावें। इसके साथ ही उन्होंने इन समस्त निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के लिए विभागीय अधिकारियों को लगातार निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
घोटिया आंबा में घटिया निर्माण पर जताई नाराजगी:
समीक्षा बैठक दौरान एसीएस सिंह ने आरएसआरडीसी द्वारा बांसवाड़ा जिले के घोटिया आंबा धाम पर 27 लाख की लागत से तैयार सामुदायिक भवन और 20 लाख की लागत से एंपीथियेटर के ढंग से किए गए निर्माण के फोटोग्राफ देखकर नाराजगी जताई और कहा कि कार्यकारी एजेंसी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ-साथ इनको आकर्षक ढंग से बनावें ताकि निर्माण के लिए बजट स्वीकृत करने के पीछे सरकार की मंशाएं सार्थक हो सकें।
पंचफल व सुपोषण वाटिका पर दिया जोर:
बैठक में एसीएस सिंह ने विभागीय हॉस्टल्स, आवासीय विद्यालयों में और अन्य स्थानों पर पंच फल पौधों के रोपण के साथ-साथ सुपोषण वाटिका विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी वित्तीय वर्ष से इस पर विशेष कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा।
बकरी व मुर्गीपालन के लक्ष्यों को बढ़ावें:
पशुपालन विभागीय समीक्षा दौरान एसीएस सिंह ने कहा कि आदिवासी अंचल के गरीब लोगों की आर्थिक हालातों में सुधार के लिए बकरी और मुर्गीपालन के लक्ष्यों को बढ़ाना होगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रस्तावित लक्ष्यों को बढ़ाने और बकरी व मुर्गीपालन के लिए भूमिहीन गरीब लोगों को उन्नत नस्ल की बकरियों व चूजों को देने की योजना बनाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने गाय व भैंस की उन्नत नस्लों के लिए अनुदान उपलब्ध कराने की योजना पर भी विचार करने को कहा।
प्रतियोगिताएं कराने, वेबसाईट को अपडेट करने के निर्देश:
शिक्षा विभागीय समीक्षा करते हुए एसीएस सिंह ने आगामी 2 अक्टूबर को विभाग के छात्रावासों व आवासीय विद्यालयों में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए कविता, कहानी, निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता करने और इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को विभागीय पत्रिका में प्रकाशित करने को कहा। इसी प्रकार उन्होंने विभाग की वेबसाईट को अपडेट करने, टीएडी की सफलता की कहानियों को तैयार करने, वार्षिक पत्रिका प्रकाशित करने आदि के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए।
-उदयपुर/टीएडी आयुक्तालय में विभागीय समीक्षा बैठक लेते एसीएस श्री राजेश्वर सिंह व मौजूद विभागीय अधिकारी।
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फोटो स्टोरी
हिरणों को रास आई सज्जनगढ़ सेंचुरी से लेंटाना हटाने की मुहिम
फोटो संलग्न
उदयपुर, 2 सितंबर/लेकसिटी में स्थित सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य से लेंटाना खरपतवार को हटाने के लिए उदयपुर पुलिस महानिरीक्षक बिनीता ठाकुर द्वारा पिछले माह भर से चलाई जा रही मुहिम यहां के हिरणों को बड़ी रास आती प्रतीत हो रही है। इसका बानगी बुधवार को अभयारण्य क्षेत्र में स्वच्छंद विचरण करते हिरणों के झुण्ड ने प्रदर्शित की है। स्पोटेड डिअर (चीतल) के ये झुण्ड बुधवार को उन क्षेत्रों में घूमते नज़र आए हैं जहां पर आईजी ठाकुर की पहल पर गत दिनों में पुलिसकार्मिकों और अन्य पर्यावरणप्रेमियों ने बेतहाशा पसरे हुए लेंटाना के पौधों को हटाया था। खुद आईजी ठाकुर ने आज सुबह क्षेत्र से लेंटाना हटाने के कार्य के दौरान हिरणों के इन झुण्डों के फोटो क्लिक किए हैं।
जारी रही मुहिम, जनसहयोग का आह्वान:
इधर, बुधवार को भी अभयारण्य से लेंटाना को हटाने का कार्य उसी उत्साह से जारी रहा जो जुलाई माह में इसकी शुरूआत के दौरान था। आईजी बिनीता ठाकुर के साथ आज भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध व सतर्कता) स्वाति शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक चेतना भाटी व हनुमंतसिंह, एसबीआई की संपर्क अधिकारी सुश्री प्रीति मुर्डिया, यूनीसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत, पक्षी विशेषज्ञ अनिल रोजर्स, वागड़ नेचर क्लब के विनय दवे व आकाश उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में पर्यावरणप्रेमी भी पहुंचे। इस दौरान आईजी ठाकुर ने मुहिम से जुड़े विभागों, नेचर व बर्ड्स क्लब के सदस्यों की सराहना करते हुए आम लोगों को भी अपने-अपने क्षेत्र में लेंटाना को हटाने के लिए अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।
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फोटो केप्शन: सज्जनगढ़ 1 से 5 जेपीजी: उदयपुर/सज्जनगढ़ अभयारण्य में स्वच्छंद विचरण करते हिरण। सभी फोटो: आईजी बिनीता ठाकुर।
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टीएडी ने दिया चित्रकार डिंपल को प्रोत्साहन
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उदयपुर, 2 सितंबर/जनजाति उपयोजना क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग अब कलाकारों की प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहित कर रहा है। हाल ही में कोरोना काल के दौरान विभाग से जुड़ी संस्था राजस संघ द्वारा तैयार किए गए मास्क पर उकेरी डिजाईन के लिए प्रोत्साहन दिया है।
माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक गोविंद सिंह राणावत ने बताया कि मास्क पर उकेरी गई ट्राईबल आर्ट के लिए इसकी चितेरी युवा चित्रकार डिंपल चंडात को पांच सौ रुपये की मानदेय राशि के साथ प्रति मास्क 2 रुपये की रॉयल्टी की स्वीकृति जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश्वर सिंह के हाथों प्रदान की गई है। बुधवार को सिंह ने राजस संघ द्वारा तैयार किए गए इन मास्क को देखा और चित्रकार चंडात को देने के लिए प्रोत्साहन राशि का चैक निदेशक राणावत को भेंट किया। इस मौके पर टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय भी मौजूद थे।
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फोटो केप्शन: 02-09-03 जेपीजी: उदयपुर/युवा चित्रकार डिंपल चंडात की प्रोत्साहन राशि का चैक सौंपते एसीएस राजेश्वर सिंह।
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11 सितंबर को टीएडी का सघन पौधरोपण अभियान
उदयपुर, 2 सितंबर/जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजेश्वर सिंह के निर्देशानुसार 11 सितंबर को संभाग भर में सघन पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
टीएडी आयुक्त जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि विभाग की इस पहल के तहत बाउंड्री वॉल युक्त अधीनस्थ समस्त आश्रम छात्रावासों, आवासीय विद्यालयों और विभागीय कार्यालयों में बड़े आकार के फलदार व अन्य स्थानीय प्रजातियों के पौधे रोपने के लिए टीएडी के संभाग भर के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
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आयुर्वेद महाविद्यालय की मुहिम
घर घर गिलोय में शिक्षा विभाग भी जुड़ा
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उदयपुर, 2 सितंबर/मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय उदयपुर की ओर से जारी ‘घर घर गिलोय‘ अभियान में शिक्षा विभाग भी जुड़ गया है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. महेश दीक्षित ने बताया कि राज्य सरकार की संकल्पना निरोगी राजस्थान में महाविद्यालय की सहभागिता के अन्तर्गत महाविद्यालय द्वारा 18,000 गिलोय के औषधीय पादप तैयार किये गये है। इन पादपों के वितरण में शिक्षा विभाग भी अपनी भूमिका निभाएगा। इस संबंध में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड ने निर्देश दिये है कि शिक्षक विद्यालय एवं अपने घर पर गिलोय लगाएंगें।
प्रशासन का सहयोग सराहनीय
घर-घर अमृता अभियान की शुरुआत प्रारंभ में जिला कलक्टर चेतन देवड़ा एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमर चौधरी ने अपने निवास पर गिलोय का पौधा लगाकर की इस अभियान को संबल प्रदान किया है। वहीं विभाग की शासन सचिव डॉ. वीणा प्रधान ने उदयपुर प्रवास के समय महाविद्यालय में गिलोय का पौधा लगाया। अभियान संयोजक प्रो. कामिनी कौशल ने बताया कि कार्यदिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक आयुर्वेद महाविद्यालय से गिलोय एवं औषधीय पौधे निःशुल्क प्राप्त कर सकतें है।
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फोटो केप्शन: 02.09.04/औषधीय पादप गिलोय के साथ शिक्षकगण एवं अन्य स्टाफ।
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स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)
ठोस एव तरल अपशिष्ट प्रबंधन की कार्य योजना पर हुई चर्चा
उदयपुर, 2 सितंबर/ग्राम पंचायत शोभागपुरा में बुधवार को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत ठोस एव तरल अपशिष्ट प्रबंधन की कार्य योजना की समीक्षा एवं आवश्यक तैयारी के लिए बैठक आयोजित हुई।
अतिरिक्त विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह झाला ने बताया कि निदेशालय स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एंव जिला परिषद उदयपुर से प्राप्त निर्देशो की अनुपालना में पंचायत समिति बडगांव द्वारा ग्राम पंचायत शोभागपुरा में जन प्रतिनिधियों, हॉस्टल संचालको, स्थानीय स्वंय सेवको तथा स्थानीय निवासियों की उपस्थिति में अभियान को लेकर चर्चा की गई तथा उपसरपंच भूपेन्द्र श्रीमाली की अध्यक्षता में एसएलआरएम की कार्ययोजना की समीक्षा की गई।
बैठक में सहायक अभियंता आशीष धाकड ने तकनीकी व व्यय प्रावधानों के बारे में बताया। सहायक विकास अधिकारी रामजीलाल वर्मा, हनुमान सिंह गुर्जर, कनिष्ठ तकनीकी सहायक सतीश टांक ने अब तक की प्रगति पर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया तथा ग्राम पंचायत की कनिष्ठ सहायक सुश्री रिम्पा यादव द्वारा ग्राम पंचायत क्षेत्र में चिन्हित कार्यस्थलों का विवरण व आवश्यक निस्तारण उपकरणों एंव संसाधनों की जानकारी दी गई। आभार ब्लॉक कॉर्डिनेटर दिनेश गर्ग ने जताया।
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शहर में विभिन्न स्थानों पर लगाई निषेधाज्ञा
उदयपुर, 2 सितंबर/उदयपुर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नोवेल कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के मिलने के बाद जिला कलक्टर चेतन देवड़ा के निर्देशों पर अतिरिक्त अतिरिक्त जिला मजिस्टेªट (एडीएम)संजय कुमार ने संबंधित क्षेत्र में निवासरत नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा एवं लोक प्रशान्ति बनाये रखने की दृष्टि से दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाई है।
जारी आदेशानुसार संबंधित क्षेत्र में सुखेर थानान्तर्गत माधव नगर व महादेव विहार शोभागपुरा में 13 सितंबर तक, अंबामाता थानान्तर्गत खारोल कॉलोनी, घंटाघर थानान्तर्गत जडियों की ओल, प्रतापनगर थानान्तर्गत प्रताप कॉलोनी कालका माता रोड व यूआईटी कॉलोनी मादड़ी इंडस्ट्रीयल एरिया, धानमण्डी थानान्तर्गत भेरूजी का चौक, गणगौर चौक बडा भोईवाड़ा तथा सूरजपोल थानान्तर्गत होटल उधमविलास में 14 सितंबर तक यह निषेधाज्ञा लगाई है।
एडीएम सिटी ने बताया किं इस निषेधाज्ञा की अवहेलना या उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत अभियोग चलाये जा सकेंगे।
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डाक विभाग का सुकन्या खाता खोलने का विशेष अभियान
उदयपुर, 2 सितंबर/डाक विभाग की ओर से माह सितंबर मे सुकन्या समृद्धि योजना मे बालिकाओं के अकाउंट खोलने हेतु डाक विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उदयपुर मण्डल के डाकघर प्रवर अधीक्षक जे.एस.गुर्जर ने बताया कि पोस्टमास्टर जनरल अजमेर द्वारा उदयपुर मण्डल को 22 हजार 570 बालिकाओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। इस वर्ष मे लॉकडाउन के कारण पूर्व मे इस योजना से वंचित रही बालिकाओं को भी इस अभियान के तहत जोड़़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत किसी भी डाकघर मे दस वर्ष तक की बालिका का जन्म प्रमाण पत्र व अभिभावक का फोटो पहचान पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र देते हुए खाता खुलवाया जा सकता है। इसमें माता-पिता, वैधानिक संरक्षक द्वारा अधिकतम दो बालिकाओं के खाते खुलवा सकते है।
उन्होंने बताया कि बालिका की उच्चतर शिक्षा अथवा वैवाहिक संबंधी आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बालिका की 18 वर्ष की आयु के पश्चात 50 प्रतिशत तक की राशि को निकालने की सुविधा है एवं यह खाता इसे खोलने की तारीख से 21 वर्ष के बाद या बालिका के विवाह से एक माह पूर्व खाता बंद कर राशि प्राप्त की जा सकती है। इस योजना मे उच्च ब्याज दर के अतिरिक्त आयकर मे छूट का प्रावधान है। यह अकाउंट कम से कम 250 रुपये से खोला जा सकता है एवं अधिकतम प्रति वर्ष 150000 तक जमा किए जा सकते है जिसकी अभिभावक आयकर मे छूट ले सकते है। यह खाता भारत के किसी भी डाकघर मे अंतरण करवाया जा सकता है।
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