सज्जनगढ़ और डूंगरा क्षेत्र के नान कमांड गांवों में गहराया पेयजल संकट

 सज्जनगढ़ बांसवाड़ा जनतंत्र की आवाज रिपोर्टर हेमंत नायक

सज्जनगढ़ और डूंगरा क्षेत्र के नान कमांड गांवों में गहराया पेयजल संकट



पानी के टैंकर अब तक शुरु नहीं तो घरों में रहकर कैसे करें एडवाइजरी पालन

सैंकड़ों गांवों के ग्रामीण हलक तर करने पैदल चलकर लंबी दूरी तय करने को मजबूर

बांसवाड़ा जिला मुख्यालय में सबसे ज्यादा नान कमांड इलाका कुशलगढ़ विधानसभा 166 की सज्जनगढ़ और कुशलगढ़ पंचायत समिति में विशेषकर डूंगरा क्षेत्र और खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र इलाका माना जाता है जहां फरवरी माह में हरसाल पेयजल संकट गहराने के साथ जल स्तर काफी नीचे चला जाने के कारण इक्का दुक्का चलने वाले परपंरागत स्त्रोत यथा हैंडपंप,नलकूप और कुएं जवाब दे जाते हैं जैसा की सबको ज्ञात है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण में महामारी विकराल रूप में होकर दूसरी लहर में गांवों में संक्रमण बढ गया है जहां सरकार की और से कोरोना चैन तोड़ने सोमवार से 24 मई तक सख्त लाकडाउन होकर आम जनता से घरों में रहकर सुरक्षित रहने और एडवाइजरी पालन की अपील की जा रही है लेकिन सज्जनगढ़ उपखंड की एक दर्जन से अधिक पंचायतों के सैंकड़ों गांव में निवास करने वाली जनजाति बाहुल्य क्षेत्र की आम जनता पीने के पानी के विकट संकट का सामना करती नजर आ रही है जहां हर साल एक अप्रैल से पीएचडी विभाग के मार्फत पंचायतों की और से पानी के टैंकर चालू कर राहत दी जाती है लेकिन इस बार कोरोना विकराल महामारी में भी टैंकर चालू करने और कराने के नाम पर जिम्मेदार विभाग, पंचायत समिति प्रशासन,उपखंड प्रशासन और स्थानिय जनप्रतिनिधि बेपरवाह बने हुए हैं ऐसे में आम जनता की किसी को पड़ी नही है यहां बता दें कि सज्जनगढ़ बेल्ट के डूंगरा छोटा क्षेत्र की ग्रामपंचायत जालिमपुरा ,कसारवाडी , सातसेरा, मुनियाखुटा,   बावड़ी पाडा, मस्का बडा, टांडी बड़ी, मस्कवाली महुडी,गुन्दी कला, चोराबड़ा,मच्छार साथ  सहित विभिन्न पंचायतों के गांवों में पीने के पानी की भारी किल्लत है ऐसे में ग्रामीण घर और गांव से दूर तीन से चार किमी पैदल चलकर पीने के पानी का बंदोबस्त कर रहे हैं अधिकतर गांवों में ग्रामीण गंदा पानी पीने को मजबूर हैं इन पंचायतों में अभी तक टैंकर पेयजल की सुविधा नहीं उपलब्ध हैं एक पंचायत में एक एक दर्जन के करीब छोटे बड़े गांव आते हैं बताया जा रहा है कि गांवों के प्रोपर तरिके से पानी के टैंकर प्रतिदिन पहुंचे इसके लिए सरकार ने टैंकर पर जीपीएस सिस्टम लगाने का फरमान जारी किया है ऐसे में अब तक कोई सप्लायर्स ठेकेदार और पंचायतें पानी के टैंकर शुरू करने में अभी तक रूचि नहीं दिखा रहे हैं । जलदा विभाग अयन लालजी कटारा का यह कहना है कि मेरे द्वारा सचिवों को फॉर्मेट दे रखा है मुझे अभी तक सूचना नहीं मिली है सूचना मिलते ही वर्क आर्डर एसडीएम साहब द्वारा जारी करवा देंगे

फोटो बांसवाड़ा जिले की सज्जनगढ़ पंचायत समिति के डूंगरा क्षेत्र में बावडीपाडा गांव में मटमैला और गंदा पीने का पानी बंदोबस्त करती महिलाएं सहित ग्रामीण बच्चे

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