कुशलगढ़ की काकनवानी पंचायत के घरतारा निवासी दिव्यांग महेश भूरिया के परिवार को आर्थिक सहायता की दरकार

 बांसवाड़ा राजस्थान जनतंत्र की आवाज ब्यूरो जगदीश चावडा

संपादक गोपाल गुप्ता जयपुर

कुशलगढ़ की काकनवानी पंचायत के घरतारा निवासी दिव्यांग महेश भूरिया के परिवार को आर्थिक सहायता की दरकार



झुग्गी झोपड़ी में अन्न के दाने तक नहीं ,पति पत्नि स्वयं और बच्चों का पेट आखिर भरे कैसे

जनतंत्र की आवाज और नवज्योति की सूचना पर तत्काल प्रभाव से समाजसेवी डॉ प्रवीण कटारा ने पहुंचाया राशन किट

पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दूसरी विकराल लहर से गुजर रहा है ऐसे में ऐसे अधिकांश परिवार बांसवाड़ा जिला मुख्यालय से सूदूर कुशलगढ़ उपखंड क्षेत्र में जिनके नाम रहने और ना दो जून की रोटी का जुगाड है ऐसा ही मामला जनतंत्र की आवाज को कुशलगढ़ की काकनवानी पंचायत के घरतारा गांव में मिला जहां एसटीएससी छात्रसंघ से जुड़े युवा संतराम भूरिया ने जनतंत्र कुछ आवाज और दैनिक नवज्योति प्रतिनिधि को जानकारी देकर अवगत कराया जहां बताया कि महेश भूरिया पिता स्वर्गीय नाथू भूरिया स्वयं परिवार का मुखिया होकर एक पैर से दिव्यांग है छप्पर डाली झुग्गी झोपड़ी में यह परिवार रहने को विवश हैं साथ ही इन दिनों पति पत्नि और बच्चे बिमार है रोजगार या आय का कोई संसाधन नहीं है स्वयं संतराम ने शनिवार सुबह दस किलो गेंहु की व्यवस्था कर राशन दिया वहिं जनतंत्र की आवाज की सूचना और नवज्योति के आग्रह पर कुशलगढ़ ब्लाक कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान प्रवक्ता समाजसेवी डॉ प्रवीण कटारा को जानकारी देने पर कटारा ने पलभर की देरी ना करते हुए रामगढ़ कस्बे से किराणा दुकान से दूरभाष पर राशन किट तैयार करवाया तथा जागरूक युवा संतराम के मार्फत गरीब दिव्यांग परिवार तक पहुंचा कर मानवीय संवेदना व्यक्त की जानकारी में सामने आया कि उक्त परिवार में दिव्यांग महेश को पेंशन भी नहीं मिल रही और ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना का मकान ऐसे में सरकार के दावे ऐसे जरुरतमंद परिवारों को सहायता देना खोखलै साबित होने जैसा है डॉ प्रवीण कटारा ने बताया कि मानव होने के नाते जानकारी मिलते ही किट पहुंचाने का प्रबंध किया पेंशन और पीएम आवास की जानकारी को लेकर वे पंचायत सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी से बातचित कर नियमानुसार सहायता करवाने का पूरा प्रयास करेंगे।

फोटो विडियोबांसवाड़ा जिले की कूशलगढ पंचायत समिति के घरतारा गांव में गरीब दिव्यांग महेश भूरिया का जरूरतमंद परिवार

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