सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने व पट्टा अभियान को सफल बनाने के लिए हमारा हर प्रयास जारी-मेयर अभिजीत कुमार



सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने व पट्टा अभियान को सफल बनाने के लिए हमारा हर प्रयास जारी-मेयर अभिजीत कुमार



भरतपुर। नगर निगम मेयर अभिजीत कुमार ने सोमवार को हाइवे स्थित होटल रेजिंटा में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। प्रेसवार्ता में मेयर अभिजीत कुमार ने बताया कि नगर निगम सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने व पट्टा अभियान मंे अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर प्रयास जारी है।


निम्न बिदुओं पर अपनी बात रखी-


जलभराव-

मेयर अभिजीत कुमार ने बताया कि हमारी प्राथमिकता में जलभराव एक गंभीर समस्या है जिसके निदान के लिए निगम की ओर से डीपीआर करवायी गयी है। मुख्यमंत्री स्तर पर उसकी स्वीकृति ली गई है। उम्मीद है अक्टूबर माह में वर्क आॅडर जारी कर दिये जाए।


एकीकृत सफाई व्यवस्था- ष्

षहर की सफाई व्यवस्था को चमकाने के लिए वर्तमान में चल रही पारम्परिक व्यवस्था में बदलाव समय की मांग है। यह काम भी निगम की ओर से बेहद प्राथमिकता पर चल रहा है। इसके लिए मैंने स्वयं ने 6 षहर इंदौर, भौपाल, अहमदाबाद, सूरत, बरौदा, विदिषा में जाकर दौरा किया है। वहां पर सफाई व्यवस्था से जुडे़ एक्सपर्ट से राय-षुमारी करके एकीकृत सफाई व्यवस्था करने का निर्णय लिया। इस संबंध में डीपीआर भी बनबाई गई। जून माह में स्वीकृति के लिए फाइल आगे भेजी गई। लेकिन हमारी कुछ पार्षदगणों ने इस पर विरोध जताया। फिर सभी ने बोर्ड बैठक में 21 पार्षदों एक टीम को चंडीगण दौरे पर भेजना का प्रस्ताव बनाया।

बाद में आॅपन हाउस के जरिये सभी को निवेदन किया गया कि कोई भी इस दौरे पर चल सकता है। चंडीगण दौरे पर कुल 22 पार्षद इस दौरे पर गये। वहाॅ पर सभी पार्षदों ने सफाई व्यवस्था के हर पहलुओं को बारीकी से समझा। और एक हस्ताक्षर वाली रिपोर्ट तैयार की।


मौजूदा खांमियो को दूर करने  के लिए जरूरी है बदलाव-

निगम मेयर कुमार ने बताया कि चार ऐजेंसी के द्वारा वर्तमान में सफाई व्यवस्था संचालित हो रही है। ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी तय करना मुष्किल है और भ्रष्टाचार होने की अषंका भी बनी रहती है। एकीकृत सफाई व्यवस्था के कारण हाथ की घड़ी से स्टाफ की उपस्थिति दर्ज की जायेगी। तकनीकी सुविधाओं के कारण अन्य खामियां नही रहेगी। सभी को उचित यूनीफार्म, जूते व जीपीएस की सुविधा से लेस किया जायेगा। बीट व्यवस्था लागू होने से काम होने की पूरी जिम्मेदारी रहेगी।


मंहगी नहीं है एकीकृत सफाई व्यवस्था-

सिर्फ यह एक मात्र भ्रांत्रि है। अभी तक एकीकृत सफाई व्यवस्था की डीपीआर बनी है। अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है। और कुछ इसे मंहगा बताकर लोगांे को गुमराह करना चाहते हैं। जब सब कुछ तय होगा तब तक हर विषय को बारीकी से सबके सामने पटल पर रखा जायेगा। यह व्यवस्था, समय की मांग है और आमजन की जरूरत है। इसके तहत सभी मषानरी निगम की बजाय कंपनी द्वारा खरीदी जाती है। निगम का खर्चा कम होगा।


कर्मचारी का लेखा-जोखा होगा आॅनलाइन-


एकीकृत सफाई व्यवस्था लागू होने से सभी सफाई कर्मचारियों लेखा-जोखा आॅलनाइन होगा। पीएफ समेत सुविधाऐ मुहैया करायी जायेगी। कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जायेगी। न कि कम की जायेगी। कर्मचारियों को सफाई किट भी उपलब्ध करायी जायेगी।


एनजीटी व अपषिष्ट पदार्थ  होगें व्यवस्थित, बढ़ेगी आमदनी-


एकीकृत व्यवस्था लागू होने से एनजीटी की समस्त गाइडलाइन की पालना की जायेगी। अपषिष्ट पदार्थ व्यवस्थित होगें। सूखा व गीला कचरा अलग-अलग किया जायेगा। सूखे कचरे से प्लास्टिक व अन्य पदार्थों को अलग करके आमदनी की जायगी। इसी तरह गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद्य प्राप्त किया जायेगा, इस तरह से कचरे से भी आमदनी करने सपना पूरा किया जायेगा।



नहीं लगेगा कोई चार्ज-

एकीकृत व्यवस्था लागू होने से आमजन पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। यह सिर्फ झूंठी सूचना है।


प्रसाषन षहरों के संग अभियान-

मेयर ने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य 10 लाख है। निगम का लक्ष्य साढ़े आठ हजार पट्टे जारी करना है। इस अभियान मंे हर वर्ग का ध्यान रखा जा रहा है। कच्चे बस्ती, कच्चे परिकोटे वाले लोग, नियमन व गैरनियमन भूमि में प्रवासी लोगों समेत सभी को ज्यादा से ज्यादा मालकाना हक दिलाने के लिए अभियान की षुरूआत हो चुकी है। कच्चे परकोटे वाले निवासियों के लिए केबीनेट बैठक में नोट लिखवाया है जिसपर कार्यवाही होने के बाद पट्टे जारी किये जाएगे।

टिप्पणियाँ