कान्हा भील को न्याय दिलाने के लिए लाखों की संख्या में पहुंचे आदिवासी समाज*

 


*कान्हा भील को न्याय दिलाने के लिए लाखों की संख्या में पहुंचे आदिवासी समाज*



*मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी और दो करोड़ रुपये की सहायता ओर 10 एकड़ जमीन दें सरकार!*


*मध्य प्रदेश ,प्रतापगढ़, राजस्थान से भी भारी संख्या में पहुंचे भील समाज के लोग*


नीमच।(मध्यप्रदेश)सिंगोली के बाणदा के अथवाकलां क्षेत्र में आदिवासी युवक को वाहन के पीछे बांध घसीटकर हत्या करने के विरोध में रविवार को विभिन्ना संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिले की चंगेरा स्थित नई कृषि उपज मंडी में भील प्रदेश मोर्चा,भीम आर्मी एवं समस्त एससी-एसटी संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता हजारों की संख्या में एकत्र हुए। उन्होंने नारेबाजी कर सभा का आयोजन किया। संगठनों के पदाधिकारियों ने सभा को संबोधित किया।उल्लेखनीय है कि सिंगोली के ग्राम बाणदा के आदिवासी युवक कान्हा उर्फ कन्हैयालाल भील को आरोपितों द्वारा पिकअप वाहन से बांधकर घसीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर प्रकरण दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को चंगेरा स्थित नई कृषि उपज मंडी में भील प्रदेश मोर्चा, भीम आर्मी एवं समस्त एससी एसटी संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मृतक के स्वजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई।


*यह है मामला...*


26 अगस्त को अथवाकलां फंटे पर आरोपित छीतरमल गुर्जर ने जानबूझकर कान्हा उर्फ कन्हैयालाल भील को मोटरसाइकिल से टक्कर मार दी। इसके बाद मौके पर अपने साथियों को बुलाया और कान्हा पर चोरी का आरोप लगाते हुए मारपीट कर पिकअप वाहन के पीछे बांधकर घसीटा। इससे युवक की मौत हो गई। आरोपितों द्वारा घटना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर भी पोस्ट किया गया। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने आठ आरोपितों के खिलाफ 304, 302 व एट्रोसिटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया। साथ ही आठों आरोपित 23 वर्षीय छीतरमल पुत्र जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन सिंगोली, 40 वर्षीय महेंद्र पुत्र रामचंद्र गुर्जर निवासी जेतलिया, 40 वर्षीय गोपाल पुत्र लालू गुर्जर निवासी पाटन, 21 वर्षीय लोकेश पुत्र नारायण निवासी सिंगोली, लक्ष्‌मण पुत्र जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन व अमरचंद पुत्र गोपी गुर्जर निवासी जेतलिया, सत्तू उर्फ सत्यनारायण पुत्र काशीराम गुर्जर निवासी पाटन व धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया।


*हत्यारों को फांसी की सजा मिले...*


जब तक कन्हैयालाल भील के हत्यारों को फांसी की सजा नहीं होगी, तब तक आदिवासी सड़क पर उतरकर शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करता रहेगा। यह बात आदिवासी नेता एवं मनावर के विधायक एवं आदिवासी समाज के राष्ट्रीय सरक्षक डाक्टर हीरालाल अलावा ने कहीं। वे बाणदा में कन्हैयालाल भील की हत्या के विरोध में हजारों की संख्या में आदिवासी लोगों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार आदिवासी की कीमत चंद रुपयों से नहीं आंक सकती। कान्हा की मौत के दोषियों का प्रकरण फास्टटेक कोर्ट में चलाकर जल्द दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। गुजरात के आदिवासी नेता नरेंद्र परमार ने भी स्थानीय पुलिस प्रशासन पर हमला बोला। विभिन्ना राज्यो से आए आदिवासियों ने मृतक के स्वजनों की सुरक्षा की मांग भी की। इस मौके पर जावद एसडीएम राजेंद्र सिंह, नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह दांगी, रतनगढ़ थाना प्रभारी आंनद सिंह आजाद, एसआई शिशुपाल सिंह गौड़, सिंगोली थाना प्रभारी रमेशचंद्र दांगी, एसआई शिवराज सिंह खिंची सहित पुलिस अमला मौजूद था।राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से भी भारी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग नीमच पहुंचे और  कन्हैया लाल की हत्या का जमकर विरोध किया एंव हत्यारो को फांसी की सजा देने की मांग की।

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