हाल केयर अनुबंध वृद्ध आश्रम में किया जा रहा बुजुर्ग महिलाओं पर अत्याचार।*

 *हाल केयर अनुबंध वृद्ध आश्रम में किया जा रहा बुजुर्ग महिलाओं पर अत्याचार।* 



जोधपुर:- एक माता पिता अपने दो तीन चार संतानों को पैदा करती है, पालती है, पढ़ाती हैं, एक सफल इंसान बनाती है, परंतु अफसोस दो तीन चार संतानों पर मिलकर बूढ़े मां बाप नहीं संभलते। वह मां-बाप जो खुद भूखे रहकर बच्चों के पेट भरते हैं, उन बच्चों से बूढ़े मां बाप को दो रोटी नहीं खिलाई जाती है, और भेज देते हैं वृद्ध आश्रम, एक असहनीय पीड़ा को सहन करने। और उसमें भी अगर वृद्ध आश्रम की संचालिका अनुराधा आडवाणी जैसे जल्लाद हो और प्रशासन, बस प्रशासन को तो क्या ही कहे मानो उन्होंने खुद ही अपने मां-बाप को वृद्ध आश्रम में भेजा हुआ है, इसलिए उन्हें बुजुर्गों की पीड़ा नहीं दिखती।

वृद्ध आश्रम वह स्थान जिसे बच्चों द्वारा घर से निकाले गए बुजुर्ग अपना आखिरी ठिकाना समझते हैं, और अपने जीने की वजह और खुशी अपने जैसे वृद्धाओं में ढूंढने की कोशिश करते हैं वहां पर भी जल्लाद हो सकते हैं कभी सोचा ना था।

जी हाँ यह खबर हाल केयर अनुबंध वृद्ध आश्रम मंडोर जोधपुर की है, जहां महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है। न खाने पीने की, न स्वास्थ्य की, किसी भी प्रकार की सुविधाएं उन्हें उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं। और यह सब अत्याचार हाल केयर अनुबंध वृद्ध आश्रम की संचालिका अनुराधा आडवाणी द्वारा किया जा रहा है।

अनुराधा आडवाणी बुजुर्ग महिलाओं पर अत्याचार कर रही है। दुर्व्यवहार कर रही है। स्वास्थ्य से पीड़ित महिलाओं का इलाज नहीं करवा रही है। बुजुर्ग महिलाओं को जीते जी मारा जा रहा है। हाल केयर अनुबंध आश्रम की संचालिका अनुराधा आडवाणी द्वारा। यदि कोई बुजुर्ग महिला आवाज उठाने की कोशिश करती है, तो अनुराधा आडवाणी उनके साथ मारपीट करती हैं, डराते धमकाते हैं, बुजुर्ग महिलाओं को कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी भी महिला का नाम खबर में उजागर नहीं किया जा रहा है। हम समस्त अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि तुरंत इस वृद्ध आश्रम की जांच करें, अनुराधा आडवाणी को गिरफ्त में ले, महिलाओं का इलाज करवाएं। एवं हम समस्त उत्तर प्रदेश के प्रशासन व सरकार को हम इस विषय में सचेत करना चाहते हैं, कि यदि बुजुर्गों पर अत्याचार हुआ तो अच्छा नहीं होगा।

महिला सशक्तिकरण केवल कहने से नहीं होगा सरकार को कड़े नियम लागू कर महिलाओं को सशक्त करके दिखाना होगा। पुलिस प्रशासन एवं सरकार अपनी जिम्मेदारियों को जल्द से जल्द समझ ले तो अच्छा होगा।


 

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