आपसी समन्वय से करें लक्ष्य हासिल, लाइन लिस्टिंग हो शत-प्रतिशत - महावर
भरतपुर, 17 सितम्बर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्रीमती बीना महावर की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती महावर ने चिकित्सा विभाग द्वारा एक दिवसीय मेगा कोविड वैक्सीनेशन महाअभियान में जिलेभर में अन्य विभागों के आपसी समन्वय से एक लाख से अधिक टीकाकरण करने पर सराहना करते हुए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी की मेहनत से जिले ने एक दिन में 1 लाख 19 हजार लोगों को टीकाकृत कर रिकॉर्ड कायम किया है। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 वैक्सीनेशन अपनी रफ्तार पकड़ चुका है लेकिन अभी और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावित सम्भावना को देखते हुए सभी तैयारियां पूर्ण रखें तथा कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सभी अलर्ट मोड पर रहें। उन्होंने सभी से कहा कि सभी कार्यक्रमों की ऐसी कार्य योजना बनाएं कि सभी विभागीय कार्यक्रमों में प्रगति शत-प्रतिशत उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी कोविड-19 के नियंत्रण के साथ ही विभागीय योजनाओं की प्रगति पर भी निगरानी रखें जिससे जिला राज्य स्तरीय रेंटिग में बेहतर स्थान पर रहे। उन्होंने निःशुल्क दवा योजना की समीक्षा करते हुए सभी को निर्देशित किया गया कि सभी चिकित्सा संस्थानों एवं सभी निःशुल्क दवा वितरण केन्द्रों पर सभी दवाईयां उपलब्ध हों। जिससे मरीजों को सभी दवाईयां आसानी से उपलब्ध होें। किसी भी स्थिति में दवाओं की अनुपलब्धता नहीं होनी चाहिए। सभी डीडीसी की पर्चियां 15 दिवस में शत-प्रतिशत ऑनलाइन करने हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने कहा कि बरसाती मौसम को देखते हुए मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने प्रत्येक खंड में ऐसे क्षेत्रों का चिन्हीकरण करें जहां पर मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों के ज्यादा के फैलने की संभावना अधिक हो, वहां पर एंटीलार्वा गतिविधि आयोजित करवावे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ कप्तान सिंह ने कहा कि जिन योजनाओं में ब्लॉक पिछड़ रहे हैं, वे अपने-अपने चिकित्सा संस्थानों का रिव्यू करें। संस्थागत प्रसव, थ्री एएनसी चैकअप आदि कार्य में कई चिकित्सा संस्थानों पिछले वित्तीय वर्ष से गिरावट आ रही है, उनमें सुधार किया जाए। बीसीएमओ अपने-अपने ब्लॉकों का निरंतर सुपरविजन करें, इससे हम यह जान सकते हैं कि कहां कमी आ रही है। उन्होंने प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए परिवार कल्याण, राष्ट्रीय बाल विकास कार्यक्रम, आयुष्मान भारत संस्थागत प्रसव, एएनसी, पूर्ण टीकाकरण, जेएसवाई, राजश्री योजना हेतु निर्धारित लक्ष्यानुरूप कार्य किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी जन कल्याणकारी योजनाओं की लाईन लिस्टिंग पर चर्चा करते हुए क्रियान्विति किये जाने हेतु निर्देशित किया।
चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश देते कहा कि जननी सुरक्षा योजना एवं मुख्यमंत्री राजश्री योजना की भुगतान राशि के अन्तर को कम करें। टीकाकरण के प्राप्त लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करने तथा सभी जीवित जन्मों को बीसीजी जन्म डोज देने, ड्रोप आउट को कम करने तथा माइक्रोप्लान अनुसार टीकाकरण करने, एएफपी केस की रिपोर्ट करने हेतु कहा गया। विभाग की समस्त योजनाओं की प्रगति समीक्षा की गई।
बैठक में 26 सितम्बर को आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान की कार्ययोजना पर विचार करने के साथ ही कोविड-19, परिवार कल्याण, टीकाकरण, निःशुल्क दवा योजना, जननी सुरक्षा योजना, राजश्री योजना, मौसमी बीमारी, पीसीपीएनडीटी, आशा आदि की समीक्षा की गई।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डाॅ लक्ष्मण सिंह, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ असित श्रीवास्तव, जिला भण्डार कक्ष के जिला प्रबन्धक डाॅ सुनील शर्मा, आरबीएम चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डाॅ जिज्ञासा साहनी, आरसीएचओ डाॅ अमर सिंह सैनी सहित विभिन्न प्रभागों के अधिकारी, बीसीएमओ एवं चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सा प्रभारी मौजूद रहे।