अतिक्रमण करने वालों के विरोध में उतरे पूर्व सैनिक:स्टेट हाइवे पर लगाया जाम, बोल- पोलो क्लिनिक के सामने 30 फीट की सड़क होनी चाहिए, मरीजों को परेशानी का सामना ना करना पड़े

 अतिक्रमण करने वालों के विरोध में उतरे पूर्व सैनिक:स्टेट हाइवे पर लगाया जाम, बोल- पोलो क्लिनिक के सामने 30 फीट की सड़क होनी चाहिए, मरीजों को परेशानी का सामना ना करना पड़े




झुंझुनू जिले के गुड़ा मोड़ स्टेट हाईवे 37 पर ईसीएचएस पोलो क्लिनिक के बाहर सडक की चौडाई बढाने को लेकर आज पूर्व सैनिकों ने विरोध कर गुढ़ा रोड को जाम कर दिया। गौरव सेनानी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल फोगाट ने बताया कि पोलो क्लिनिक में प्रतिदिन यहां सैकड़ों पूर्व सैनिकों और उनके परिजन और इमरजेंसी एंबुलेंस में मरीज आते हैं। पिछले 20 दिनों से स्टेट हाईवे और ईसीएचएस अस्पताल को जोड़ने वाली लिंक रोड़ का रास्ता अवरुद्ध है।जिससे यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के विरोध में आज पूर्व सैनिक और अस्पताल क्लीनिक स्टाफ विरोध में उतरा ।


राजपाल फोगाट ने बताया कि झुंझुनू जिले का एकमात्र सैनिक पोलो क्लिनिक है। 20 दिन पहले इस मामले को लेकर झुंझुनूं जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था। इस पूरे मामले से नगर परिषद और तहसीलदार , झुंझुनू एसडीएम को भी अवगत कराया था।मगर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। सुनवाई नहीं होने पर आज पूर्व सैनिकों के सब्र का बांध टूट गया और पूर्व सैनिकों ने स्टेट हाईवे 37 पर सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से यातायात भी अवरुद्ध हो गया और मौके पर यातायात पुलिस पहुंची। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों को समझाइश की।समझाइश के बाद पूर्व सैनिकों ने जाम खोल दिया। पूर्व सैनिकों का कहना है कि पोलो क्लिनिक के सामने 30 फीट की सड़क होनी चाहिए जिससे यहां आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना ना करना पड़े और एंबुलेंस भी आसानी से पहुंच सके।


भूमाफिया पर लगाए आरोप


मौके पर मौजूद पूर्व सैनिकों ने अतिक्रमणकारियों पर भी आरोप लगाए। पूर्व सैनिकों का कहना है कि कहा कि प्रताप सिंह डूडी नाम का भूमाफिया उनके पास आया था और प्रदर्शन करने से रोका था।प्रताप सिंह डूडी ने समझाइश के दौरान अस्पताल के बाहर स्थित शहीद स्मारक की दीवार को तोड़ देने की बात कही और उसके बदले में सड़क की चौडाई को बढ़ाने का ऑफर दिया। प्रताप सिंह डूडी ने कहा कि शहीद स्मारक की दीवार तोड़ने से मुख्य सड़क पर दुकानें निकल जायेंगी। पूर्व सैनिकों ने उसकी बात मानने से साफ इनकार कर दिया था।


प्रदर्शन के दौरान मौके पर झुंझुनू एसडीएम शैलेश खेरवा,सीओ लोकेंद्र दादरवाल और कोतवाली एसएचओ सुरेंद्र देगड़ा ने समझाइश की। एसडीएम ने मौके पर नगर परिषद के अधिकारियों को बुलाया।मौके पर पहुंचे नगर परिषद के अधिकारियों ने कृषि भूमि का हवाला देते हुए नगर परिषद का कार्यक्षेत्र नहीं होने से पल्ला झाड़ लिया।

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