भरतपुर में चल रहे मौसमी बीमारियों को लेकर आरबीएम अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने पर मेडिकल विभाग हो रहा है सक्रिय ंसीएमएचओ कप्तान सिंह

 भरतपुर में चल रहे मौसमी बीमारियों को लेकर आरबीएम अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने पर मेडिकल विभाग हो रहा है सक्रिय


इसी मौसमी बीमारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग जी ने कल मीटिंग ली इसी को ध्यान में रखते हुए भरतपुर के सीएमएचओ कप्तान सिंह जी ने मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए कमर कस ली उन्होंने बताया कि जैसा कि वर्तमान में जिले में मौसी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को आया है ऐसी परिस्थितियों में हमें रजक होते हुए विशेष जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है इसी को देखते हुए सीएमएचओ साहब ने अपने विभागीय शिकारियों द्वारा टीम का गठन या है लोगों को जानकारी देने के लिए उनके लक्षण बताने के लिए जैसे कि तेज बुखार शरीर में जकड़न उल्टी वाह दस्त से ग्रसित होने पर अगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के किसी भी चिकित्सक कर्मी से संपर्क में आए तो तुरंत परीक्षण कराने एवं उपलब्धि जांच कैसे पीवीसी एमपी डेंगू टेस्ट हिट अथवा लाइलाज से करवाएं और मरीज को पूर्ण आराम की सलाह देवे जब बुखार है तो उसे एंटीपायरेटिक ड्रग जैसे पेरासिटामोल ओआरएस पाउडर लिक्विड डाइट नारियल पानी कीवी फल छाछ खिचड़ी चावल दाल इत्यादि का सेवन करने के लिए सलाह दे मरीज के स्वास्थ्य पर चिकित्सक पूर्ण निगरानी रखें जब उनके पास एडमिट हैं तब प्लेटलेट की संख्या 20000 होने तक आप सीएससी अथवा पीएचसी पर जनरल कंडीशन अगर सही है तो रख कर इलाज कर सकते हैं और प्लेटलेट संख्या 20,000 से ऊपर बनने लग जाती है तो उसे रेफर करने की आवश्यकता नहीं है जनरल कंडीशन जैसा आप जानते हैं और बिगड़ती है प्लेटलेट काउंट 20,000 से नीचे जाता है उसी में मरीज को जिला अस्पताल के लिए तुरंत प्रभाव से रेफर करें और मरीज को अगर हाई ग्रेड फीवर उल्टी शरीर का ठंडा होना पैर दर्द आदि होने की शिकायत होती है तो आईवी फ्लुएड इत्यादि देवे तथा आराम की आवश्यक सलाह देते हुए नजदीकी रेफरल सेंटर अथवा जिला अस्पताल में बीज ताकि समय रहते हुए मरीज का समुचित उपचार किया जा सके डेंगू की संभावना जहां-जहां व्यक्त हो रही है वहां मरीजों को अमूल उपचार किया जाए क्षेत्र में चिकित्सा कर्मी एएनएम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सी एच ए अथवा सी एच ओ इत्यादि जो कार्य कर रहे हैं वह घरों में जाकर लोगों को समझाएं और गंदा पानी इकट्ठा है उसको हटाए तथा रास्ते में या गड्ढों में गंदा पानी भरा हुआ है उस पर एम एल ओ डलवाए एमएलओ बनाने में केरोसिन वह जला हुआ तेल व्हाट डीजल का मिक्स्चर होता है उनको एक अनुपात में मिलाने के उपरांत अगर गड्ढे में डाला दिया जाता है तो तेल की एक लेयर पानी के ऊपर बन जाती है जिसमें मच्छर के लाडवा ऑक्सीजन सांप नहीं ले पाते और वह मर जाते हैं इसी तरह प्रथम उपाय मच्छरों के लारवा को खत्म करना है ताकि मच्छरों के लारवा पनपे ही नहीं तो बीमारी आगे बढ़ेगी नहीं क्षेत्र में जो चिकित्सा कर्मी कार्य कर रहे हैं हर ब्लाक मैं तीन या चार फागिंग मशीन दी हुई है उनसे प्रतिदिन फागिंग का कार्य पूर्ण करें जहां संभव हो वहां जन-जन को जागरूक करते हुए बीमारी के फैलने के कारण समाधान के बारे में जानकारी दें और जो भ्रामक जानकारियां उसको दूर करने का प्रयास करते हुए आवश्यक जानकारी प्रदान करें

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