घुमंतु समुदायों का शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरना,
जयपुर(सुरेश मेघवंशी ) घुमंतु समुदायों का शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन एवं धरना प्रदर्शन घुमंतु अर्ध घुमंतु विमुक्त जाति परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया के नेतृत्व में आमरण अनशन किया जा रहा है जिसका आज दूसरा दिन है राज्य भर से आए घुमंतु समुदायों लोगों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर विशेष मांग है परिषद के अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया ने बताया कि आजादी के इतने दशकों बाद भी घुमंतु समुदायों को रहने के लिए घर नहीं है पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं है जो लोग झोपड़पट्टी में रहते हैं उनके पास आवासीय पट्टा नहीं होने की वजह से प्रशासन द्वारा बार-बार खदेड़ा जाता है विशेषकर घुमंतु समुदायों में कालबेलिया समुदाय गांव से बाहर चारागाह भूमि मैं निवास करती है जिसकी बदौलत भू माफियाओं द्वारा बार-बार टॉर्चर किया जाता है प्रदेश के कई जिलों में कई बस्तियों को उजाड़ा गया आज भी इन समुदायों के पास बिजली राशन पेंशन स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं से वंचित हैं इन लोगों के पास स्थाई निवास के पट्टे नहीं होने की वजह से दर-दर की ठोकरें खाती रही है घुमंतु समुदाय में कई ऐसी जातियां हैं जो आज भी अपनी रोजी रोटी के लिए दर-दर भटकती है सरकार की योजना उन लोगों तक नहीं पहुंचने की वजह से सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रही है इधर बागरिया समाज की अध्यक्ष गीता बागरिया ने बताया कि बागरिया समुदाय को तीन दशक पूर्व ओबीसी वर्ग में शामिल किया गया जबकि यह समुदाय राजस्थान में सबसे पिछली हुई समुदाय है इस समुदाय को फिर से अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर हमारा आमरण अनशन चल रहा है जब तक हमारी मांगे सरकार नहीं मानेगी तब तक यह अनिश्चितकालीन आमरण अनशन चलता रहेगा हम सब लोग 25 सूत्री मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर बैठे हैं प्रदेशभर से घुमंतु समुदायों के लोग शामिल हो रहे हैं जब तक सरकार इन समुदायों के लिए ठोस कदम नहीं उठाएगी तब तक हमारा धरना जारी रहेगा