भगवान की कथा है मानवजीवन में अमृत- कौशल किशोर जी

 भगवान की कथा है मानवजीवन में अमृत- कौशल किशोर जी


 कथाव्यास कौशल किशोर जी महराज

सुभाष तिवारी लखनऊ

लालगंज, प्रतापगढ़। क्षेत्र के पूरे बनवारी गांव मे हो रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के समापन पर गुरूवार को भगवान राधेकृष्ण की विशेष आरती मे श्रद्धालु मगन दिखे। कथाव्यास अवध धाम से पधारे आचार्य कौशल किशोर मिश्र जी महराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से ही कलिकाल मे मानव तन को समस्त वैभव की अनुभूति हो जाया करती है। उन्होनें कहा कि भगवान् की कथा अमृत है और इसका रसपान करने वाला प्राणी कभी भी दुख का कष्ट नही सहन करता। आचार्य कौशल किशोर जी महराज ने कहा कि प्राणी जब कभी भी प्रभु की आराधना मात्र का स्वर जिहवा पर ले आया करता है, प्रभु उसके कल्याण के निमित्त अपना करूणाभाव रखा करते है। कथाव्यास ने कहा कि भगवान की भक्ति का मार्ग निर्मल होता है किंतु इस भक्ति मे आराधना का भाव भी निष्काम होना चाहिए। उन्होने कहा कि भगवान् के प्रति शरणागत जीवन सदैव धरती पर ही समस्त वैभव व सुख से अलंकृत दिखा करता है। कथा के संयोजक पं. कालिका प्रसाद ओझा एवं सह संयोजिका उज्ज्वला ने कथाव्यास का सारस्वत सम्मान किया। कथाश्रवण के लिए बुधवार की देर शाम पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने ज्ञानयज्ञ स्थली पहुंचे। कथाव्यास ने लोक कल्याण के लिए प्रमोद तिवारी को आशीष भी प्रदान किया। कथा समापन के अवसर पर भगवान राधे-कृष्ण की विशेष आरती मे महिलाओं का मंगलगान भी मनमोहक दिखा। सह संयोजक युवा समाजसेवी प्रीतेन्द्र ओझा ने कथाव्यास व भक्तों का रोली चंदन से अभिषेक किया। इस मौके पर कृपाशंकर ओझा, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, अमित प्रताप सिंह, केडी मिश्र, विकास मिश्र, ज्ञानप्रकाश शुक्ल, अरूण कुमार, अजय ओझा, छोटेलाल सरोज, दयाशंकर तिवारी आदि रहे।

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