दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से दहली संगम नगरी, मां बेटी से रेप की आशंका

 दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से दहली संगम नगरी, मां बेटी से रेप की आशंका


सुभाष तिवारी लखनऊ


 प्रयागराज - संगम नगरी प्रयागराज में आज हुई सनसनीखेज वारदात में एक दलित परिवार के चार लोगों को बेरहमी से कत्ल कर दिया गया । पूरे परिवार पर धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतारा गया. यह सनसनीखेज वारदात प्रयागराज के फाफामऊ थाना क्षेत्र के गोहरी मोहनगंज गांव में हुई.आशंका जताई जा रही है कि गांव के ही दबंगों ने पुराने विवाद में पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा है।


दलित परिवार की हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई । मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई. करीबी रिश्तेदारों का आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंग इस परिवार को पिछले लंबे अरसे से परेशान कर रहे थे. पीड़ित परिवार ने इस बारे में दो बार पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने पीड़ित परिवार की मदद करने के बजाय आरोपियों का ही बचाव किया। पीड़ित परिवार के खिलाफ क्रॉस एफआईआर दर्ज की और उस पर लगातार समझौते का दबाव बनाते रहे। पुलिस के रवैये को लेकर रिश्तेदारों और ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश दिखाई दिया. सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने जमकर नारेबाजी की और अपना विरोध जताया।


विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सरकार को घेरने की कोशिश 


करीबी रिश्तेदारों का साफ आरोप था कि अगर पुलिस ने इस मामले में पहले ही कार्रवाई की होती तो शायद आज परिवार के सभी चारों लोगों को अपनी जान न गंवानी पड़ती. नाराज ग्रामीणों ने काफी देर तक शवों को उठने भी नहीं दिया. इस घटना के बहाने मौके पर पहुंचे विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की।


शहर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर गोहरी मोहनगंज गांव में दलित समुदाय के फूलचंद भारती अपनी पत्नी और 18 साल की बेटी व 13 साल के बेटे के साथ रहते थे. गांव के ही दबंग किस्म के कुछ लोगों से उनका विवाद चल रहा था। आरोप है कि दबंगों ने कई बार उनके घर पर हमला बोलकर परिवार के साथ मारपीट की थी और महिलाओं से बदसलूकी भी की थी। फूलचंद ने इस बारे में पहली एफ आई आर सितंबर 2019 में दर्ज कराई थी, जबकि 2 महीने पहले भी पुलिस में केस दर्ज कराया था। आरोप है कि पुलिस ने दोनों बार कोई कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित परिवार को ही डरा धमका कर उस पर समझौते के लिए दबाव बनाया था ।


फूलचंद की पत्नी व बेटी के शरीर के कपड़े अस्त व्यस्त थे


आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुलिस को जानकारी मिली कि फूलचंद और उनके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई है और चारों के शव घर में ही पड़े हुए हैं. जानकारी मिलने के बाद कई थानों की फोर्स के साथ पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट से छानबीन कराई गई लेकिन हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों के बारे में कोई क्ल्यू नहीं मिला।


फूलचंद की पत्नी व बेटी के शरीर के कपड़े अस्त व्यस्त थे. आशंका यह भी जताई जा रही है कि दोनों महिलाओं को मौत के घाट उतारने से पहले उनके साथ दरिंदगी भी की गई है। दलित परिवार के चार लोगों की हत्या से गांव में आक्रोश है। जमीन के विवाद को लेकर दो किलोमीटर दूर रहने वाले कमलेश सिंह, राकेश सिंह, कान्हा ठाकुर आदि से इस परिवार का विवाद चल रहा है। कमलेश सिंह जेल में है। एक महीना पहले दलित फूलचंद के परिवार ने ठाकुर परिवार पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद उस परिवार की ओर से क्रास एफआईआर छेड़खानी की कराई गई।


प्रयागराज के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है की हत्या किसने और क्यों की है इस मामले में जांच की जा रही है। जिन लोगों पर शक जताया जा रहा है उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 


ठाकुर परिवार के सात लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। आक्रोशित महिलाओं ने शव नहीं उठने दिया। इंस्पेक्टर फाफामऊ राम केवट पटेल और सिपाही सुशील पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए तो आईजी राकेश सिंह ने दोनों को निलंबित कर दिया। इसके बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सुका। आरोपित परिवार के कई लोगों को एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने हिरासत में ले लिया है। जमीन के विवाद के अलावा पुलिस दुष्कर्म के लिए हत्या के एंगल पर भी जांच कर रही है। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात है। किशोरी और महिला से रेप को लेकर पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। अफसरों का दावा है के सनसनीखेज वारदात का जल्द ही खुलासा किया जाएगा और दोषी सलाखों के पीछे होंगे ।

टिप्पणियाँ