18 महीने के बेटे और 10 साल की बेटी को फंदे से लटकाकर मार दिया

 18 महीने के बेटे और 10 साल की बेटी को फंदे से लटकाकर मार दिया



उसके बाद मां ने भी कर ली आत्महत्या, पुलिसकर्मी का परिवार था, देर रात बिखर गया



जयपुर ग्रामीण के गोविंदगढ़ क्षेत्र की घटना

जयपुर



10 साल की बेटी और 18 महीने के  बेटे के लिए मां ने खुद के हाथ से फंदा तैयार किया और एक एक कर दोनो को लटका दिया। उसके बाद जब दोनो की मौत हो गई तो खुद भी फंदे से लटक कर  जान दे दी। देर रात कुछ ही देर में पुलिसकर्मी का हसंता खेलता परिवार खत्म हो गया। पूरा घटनाक्रम जयपुर ग्रामीण स्थित गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र का है। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने बताया कि सिंगोद खुर्द स्थित रैगरों के मौहल्ले में रहने वाली मनीषा देवी ने यह आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस ने बताया कि मनीषा अपने ससुर के साथ रह रही थी। सास की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। मनीषा ने अपनी बेटी और बेटे को फंदे से लटकाया और पंखे पर लटका दिया। उसके बाद खुद साड़ी का फंदा बनाया और दरवाजे पर लटककर जान दे दी। जिस समय रात को यह वाक्या हुआ उस समय ससुर वहां मौजूद नहीं थे। पुलिस ने बताया कि मनीषा का पति रविन्द्र कुमार आरएएसी बटालियन में कांस्टेबल पद पर तैनात है। उनको सूचना दे दी गई है। शवों को उतारकर राजकीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है।


दस दिन पहले पांच बेटियों को मां ने मारा था, फिर जान दी...


करीब दस दिन पहले इसी तरह का एक बड़ा मामला कोटा के चेचट थाना इलाके से सामने आया था। मां ने ही अपनी 13 साल से एक साल तक की पांच बेटियों को कुंए में फेंका था और उ सके बाद खुद जान दे दी थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि बेटियों से पिता को परेशानी थी और उसे बेटा चाहिए था। इसी कारण एक रात पहले विवाद हुआ था और विवाद के बाद देर रात मां ने बेटियों की हत्या कर जान दे दी थी।


45 दिन की छुट्टियां काटकर कल ही गया था पति 

गोविंदगढ़ पुलिस ने बताया कि 18 महीने के काव्यांश और 10 साल की नर्मदा के पिता रविन्द्र कुमार पांचवबी बटालियन आरएएसी में तैनात हैं। वे करीब डेढ़ महीने पहले छुट्टियों पर आए थे और उसके बाद सोमवार को ही वे वापस अपनी पोस्ट पर लौटे थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि परिवार में न तो किसी तरह का क्लेश था और न ही अन्य कोई परेशानी। उसके बाद भी मनीषा ने इतना बड़ा कदम उठाया। पुलिस ने मौके से कुछ सबूज जमा किए हैं। उनको जांच के लिए रखा गया है।

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