चाईनीज मांझे का इस्तेमाल शुरू हो गया ह
लोसल ( सुरेश सैनी )। चाइनीज मांझे उपयोग की बानगी यहां पर सड़कों पर मांझा के टुकड़े देखने को मिल रहे हैं इसी से यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि चाइनीज डोर का इस्तेमाल होना शुरू हो गया है।खाश बात तो यह है कि यह मांझा पशुओं के पैरों में आ रहे हैं। सबको पता है कि यह जानलेवा मांझा है। इसके बावजूद लोग इसका इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पशुओं से लेकर पक्षियों और इंसानों के लिए भी यह मांझा जानलेवा साबित हो सकता है।
इसका उपयोग पर प्रतिबंध लगा हुआ है क्योंकि इससे हर साल कहीं न कहीं चोटिल होने के मामले सुनने और पढ़ने को मिलते रहते हैं। पुलिस की सख्ती भी होती है और ऐसे मांझो को जब्त भी किया जाता है लेकिन हेरत की बात तो यह है कि इसके बावजूद भी बेचने वाले से लेकर इस्तेमाल करने वाले बाज नहीं आ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मांझा की बिक्री करने वाले व्यापारी बाहर तो दिखावे के तौर पर बिना चाईनीज मांझा रखते हैं लेकिन इधर उधर यह चाइनीज डोर रखते हैं। दो तरह की चाइनीज डोर आना बताया जा रहा है एक बारीक आती है तो दूसरी इससे मोटी आती है।जो बारीक होती है वह महंगी होती है।