लाखों की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय बना शोपीस*

 *लाखों की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय बना शोपीस*



सुभाष तिवारी लखनऊ

पट्टी। पट्टी नगर के समीप रायपुर गांव के कोठियार में बना हुआ शौचालय शोपीस बन चुका है शौचालय में ना तो दरवाजे हैं और ना तो टाइल लगा हुआ है ऐसा लग रहा है कि यह शौचालय एक नमूना भर औपचारिकता के लिए बनाया गया है जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी असंतोष दिखाई दे रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर ग्राम सभा में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराने का निर्देश शासन द्वारा दिया गया था इसके लिए ग्राम प्रधान के खाते में सामुदायिक शौचालय के लिए लाखों रुपए आवंटित भी कर दिया गया पट्टी नगर के समीप रायपुर गांव के कोठियार में बना हुआ शौचालय सिर्फ दिखावे के लिए शौचालय में यहां पर पानी की टंकी तो है लेकिन उसमें पानी नहीं है दिखावे के लिए दरवाजा लगाया बनाया गया है लेकिन उसमें दरवाजा ही नहीं लगा है जब दरवाजा नहीं है तो फिर ताला कहां से लग सकता है अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शौचालय की दीवारों पर सिर्फ स्वच्छ भारत मिशन का विज्ञापन बनाकर प्रचार किया जा रहा है ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय की चारदीवारी खड़ी करके रंग रोगन कर ग्राम प्रधान द्वारा लाखों रुपए हजम कर लिए गए लेकिन शौचालय की न तो दरवाजा लगा न ही उसमें लोगों के लिए किसी अन्य प्रकार की सुविधाएं दी गई, ऊपर से शौचालय बेहतर दिखाई दे रहा है लेकिन अंदर का नजारा बहुत ही भयावह है लोग इस बात को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं इस बारे में ना तो ग्राम पंचायत प्रतिनिधि बता पा रहे हैं नहीं ग्राम विकास अधिकारी सभी लोग गोल मटोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं जिसका नतीजा है कि जहां एक तरफ सरकार के अरमानों पर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पानी फेर रहे हैं वही ग्रामीणों की सुविधा नहीं मिल पा रही है आखिर सामुदायिक शौचालय का जो उद्देश्य है क्यों नहीं पूरा हो पा रहा है इसके जिम्मेदार ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी हैं गांव के छोटे लाल का कहना है कि हर गांव में बना हुआ सामुदायिक शौचालय प्रयोग करने लायक नहीं है ना तो साफ सफाई की व्यवस्था है लोग खुद से पानी लेकर मजबूरी में जाते हैं, वहीं मुलायम पटेल का कहना है कि उसमें न तो टोटी लगी है और ना ही पानी की व्यवस्था है गंदगी का अंबार लगने का कारण लोग वहां जाने से परहेज करते हैं वही इस संबंध में ग्राम प्रधान कुछ बताने से कतराते रहते हैं।

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