जांच का डर या भ्रष्टाचार उजागर होने का ख़ौफ़..?कब तक जांच को टालने जिम्मेदार बनाएंगे जांच से दूरी ग्राम पंचायत पिसौद का मामला
जांच का डर या भ्रष्टाचार उजागर होने का ख़ौफ़..?

कब तक जांच को टालने जिम्मेदार बनाएंगे जांच से दूरी 

ग्राम पंचायत पिसौद का मामलाजांजगीर/ यू तो जांजगीर चाम्पा जिले जैजैपुर ब्लाक में तमाम तरह के भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहता है, वही ब्लॉक मुख्यालय में बैठे जिम्मदार अधिकारियों ने तमाम तरह की भ्रष्टाचार को अंजाम देने शायद खुली छूट दे दी है। शायद यही वजह है कि अब ग्राम पंचायतों में भी सरपंच सचिव के साथ मिलकर कागजों में ही शासकीय कार्यों को पूर्ण दिखाकर राशि आहरण कर शासकीय राशि में बंदरबांट करने कोई कसर नही छोड़ रहे है। ताजा मामला जैजैपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत पिसौद का है जहां शासकीय प्राथमिक शाला परिसर में समतलीकरण के नाम पर एक लाख नवासी हजार रुपय सरपंच सचिव ने कार्य पूर्ण दिखाकर 18 अगस्त 2021 को राशि आहरण कर लिया है, आपको बता दे इस प्राथमिक शाला परिसर का समतलीकरण करना 8 माह तक भुल गए थे। जिसकी लिखित शिकायत के बाद जैजैपुर सीईओं ने जांच टीम गठित किया है और मामले की जांच 8 अप्रैल को तय किया था जिस पर सरपंच सचिव एवं शिकायत कर्ता का बयान एवं दस्तावेजों की जांच होनी थी। पर ग्राम पंचायत पिसौद के जिम्मदारों ने जांच में कही आंच न आए सोच कर शायद जांच को टालने व्यक्तिगत स्वास्थ्य का हवाला देकर जांच को आगे तिथि तक टाला है पर जांच तो होना तय है, अब देखना होगा जैजैपुर के जांच टीम कब जांच तिथि तय करती है, और जांच कर दोषियों पर क्या कार्रवाई करती है। 



8 माह तक क्याैं नही हुआ काम, संदेह के घेरे में जिम्मेदार


आपको बता दे ग्राम पंचायत पिसौद के सरपंच सचिव ने 8 माह पूर्व स्कूल समतलीकरण को पूर्ण दिखाकर 1 लाख 89 हजार की राशि आहरण कर ली थी पर 8 माह तक स्कूल परिसर में समतलीकरण का कार्य करना भुल गए थे, या यू कहे कि शासकीय राशि को गबन करने विभाग के जिम्मेदारों से मिलिभगत कर ली थी। परंतु हमारे द्वारा खबर प्रकाशन के बाद स्कूल परिसर में समतलीकरण का कार्य जोरों से चला है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत में सरपंच सचिव ने मिलकर समतलीकरण की राशि को बंदरबाट करने कोई कसर नही छोड़ा था। अब सवाल तो उठता है साहब की आखिर 8 माह पूर्व शासकीय प्राथमिक शाला में समतलीकरण कार्य कराने के नाम पर 1 लाख 89 हजार की राशि कैसे निकली जबकि स्कूल परिसर में कोई समतलीकरण का कार्य कराया ही नही गया है। इस पूरे मामले में कही न कही जैजैपुर ब्लाक मुख्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका भी संदेह व सवालों के घेरे में है कि बिना कार्य मूल्यांकन के राशि आहरण करने कैसे दी गई।

सारा खेल कमीशन का कैसे हों कार्य


सूत्रों के अनुसार जनपद पंचायत जैजैपुर में सारा खेल कमीशन के दम पर खेला जाता है शायद यही वजह है कि जैजैपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत पिसौद के प्राथमिक शाला में समतरकरण कराने के नाम पर 1 लाख 89 हजार की राशि 8 माह पूर्व ही आहरण कर ली गई, और धरातल पर कार्य कराए ही नही थे। इस पुरे मामले में जितने जिम्मेदार सरपंच सचिव है उतने ही जिम्मेदार कार्य मुल्यांकन करने वाले इंजीनियर और बिना कार्य किए ठेकेदार जिसके नाम सेेेे राशि आहरण कर सारा खेल खेला गया है। और अगर बिना कार्य मूल्यांकन के राशि आहरण की गई है तो यह संभव कैसे हुआ।




इस पुरे मामले में शिकायत पर जांच करने जांच टीम आने वाला था पर सुबह 9 बजे करीब व्हाट्स एप में जैजैपुर कार्यालय से मैसेज आया कि ग्राम सचिव की तबियत खराब है इलाज कराने बिलासपुर गए है जिस कारण जांच के लिए नई तिथि निर्धारित किया जाएगा कहां गया है, इस पूरे मामले में मैं जल्द ही एसडीएम सक्ती को समस्त दस्तावेजों के साथ शिकायत कर उच्चस्तरीय जांच की मांग करूंगा

शिकायतकर्ता


दोषियों पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई


शिकायत मिला है, जांच टीम गठित कर दी गई है, राशि आहरण के 8 माह बाद भी कार्य पूर्ण नही होना गंभीर अनिमित्ता की श्रेणी में आता है, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बी.एस.राजपूत सीईओ जैजैपुर
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