चाइल्डलाइन की सक्रियता से बालिका वधू बनने से बची *चाइल्डलाइन 1098 के हस्तक्षेप से रुका बाल विवाह*

 *चाइल्डलाइन की सक्रियता से बालिका वधू बनने से बची

*चाइल्डलाइन 1098 के हस्तक्षेप से रुका बाल विवाह*


सुभाष तिवारी लखनऊ


प्रतापगढ़ में संचालित चाइल्डलाइन 1098 के हस्तक्षेप से एक सोलह वर्षीय बच्ची बालिका-बधू बनने से बची

टेलीफोन की घंटी बजते ही सक्रिय हुई चाइल्डलाइन की टीम।

थाना महेशगंज के अन्तर्गत सोलह वर्षीय एक नाबालिक लड़की की शादी पड़ोस के गाँव में एक लड़के के साथ किया जा रहा था । शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थी। 

यहां तक शादी का कार्ड भी रिश्तेदारो में बट चुका था। बारात भी अगले पूर्व संध्या आने के लिए तैयारी हो चुकी थी उनके स्वागत के लिए मिठाई आदि की तैयारी हो गई थी घर में रिश्तेदार भी आना शुरू हो गये थे

शादी की सूचना मिलने पर चाइल्डलाइन की टीम हुई सक्रिय महेशगंज थाना को सूचित करते हुए चाइल्डलाइन 1098 के सिटी कोऑर्डिनेटर अर्पित श्रीवास्तव एवं सदस्य हकीम अंसारी द्वारा सत्यता को खंगालने के लिए बालिका के घर होम विजिट किया गया। परिवार द्वारा बताया गया कि लड़की बालिग है इस पर परिवार द्वारा आधार कार्ड एवं जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया परंतु सिटी कोऑर्डिनेटर को इस पर संदेह हुआ तो उनके द्वारा शैक्षणिक प्रमाण पत्र मांगा गया तो परिवार वालों ने बताया कि लड़की कभी स्कूल नहीं गई है।

चाइल्डलाइन टीम द्वारा न्यायालय बाल कल्याण समिति को मामले को अवगत कराते हुए न्यायालय का सहयोग लिया चाइल्डलाइन टीम द्वारा खोजबीन करते हुए विद्यालय का पता लगा लिया।

पता चला कि बच्ची कक्षा आठ तक पढ़ी है। तत्काल खण्ड शिक्षा अधिकारी से वार्ता कर तुरंत शैक्षणिक प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के लिए कहा गया विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बालिका की टी. सी. बाल न्यायालय के समक्ष उपलब्ध कराया गया। शैक्षणिक प्रमाण पत्र के अनुसार बालिका 16 वर्ष की पाई गई। बालिका की सर्वोच्च हित को देखते हुए बाल न्यायालय ने संबंधित थाने को तत्काल शादी रुकवाने के लिए आदेश जारी किया। चाइल्डलाइन 1098 की सक्रियता से बालिका को बाल वधू बनने से बचाया गया।

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