*चाइल्ड लाइन व पुलिस ने मिलकर चलाया बाल श्रम विरोधी अभियान*
*बच्चों से बाल श्रम करवाना कानूनन जुर्म- अर्पित श्रीवास्तव*
*बाल श्रम के छापामारी से पट्टी नगर में मचा हड़कंप*
सुभाष तिवारी लखनऊ
पट्टी प्रतापगढ़....
पट्टी नगर क्षेत्र में मजदूर दिवस के अवसर पर चाइल्डलाइन-1098 एंव पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से बाल-श्रम विरोधी अभियान शासन के निर्देशानुसार चलाया गया,जिसमें प्राईवेट बस स्टाप व ऑटो गैरेज, ढाबों सहित विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर बाल श्रमिकों की खोज की गयी अभियान के दौरान संयुक्त टीम द्वारा छापामारी में पाए गए, छ: बाल श्रमिको मुक्त कराया गया।
ए सभी परिवार के व्यवसाय में ही लिफ्ट थे। नियोजकों व परिवार के लोगों को चेतावनी दी गई तथा उन्हें हिदायत दी गई कि बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े ना कि बाल श्रम से।
अभियान के दौरान परिवार से चर्चा करते हुए जिला सिटी कोऑर्डिनेटर अर्पित श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे देश या समाज की महत्वपूर्ण सम्पति होते हैं, जिनकी समुचित सुरक्षा, पालन-पोषण, शिक्षा एवं विकास का दायित्व भी राष्ट्र और समुदाय का होता हैं। क्योंकि कालान्तर में यही बच्चे देश के निर्माण और राष्ट्र के उत्थान के आधार व स्तम्भ बनते हैं। बच्चों से बाल श्रम करवाना कानूनन जुर्म है।
इस अवसर पर चाइल्डलाइन निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि बाल-श्रम एक सभ्य समाज के लिए कलंक है। यह बाल अधिकारों सहित मानवाधिकार का भी हनन है. श्री अंसारी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ को रिपोर्ट के अनुसार भारत में बाल मजदूरों की संख्या विश्व में सर्वाधिक है। भारत में अनूमानत: बाल श्रमिकों की संख्या 440 लाख से 1000 लाख तक है, किन्तु अधिकृत रूप से इनकी संख्या 17.5 लाख बताई गई है । कुल बाल श्रमिकों का 30 प्रतिशत खेतिहर मजदूर तथा 30-35 प्रतिशत कल कारखानों में कार्यरत हैं । शेष भाग पत्थर खदानों, चाय की दूकानों, ढाबों तथा रेस्टोरेंट एवं घरेलू कार्यों में लगे हुए हैं और गुलामों जैसा जीवन जी रहे हैं। चाइल्डलाइन के वरिष्ठ सदस्य हकीम अंसारी ने बताया कि यह अभियान 01 से 07 मई 2022 तक सघन रूप से पूरे जनपद में शासन के निर्देशानुसार यह बाल श्रम निषेध अभियान चलाया जा रहा है।
इसीक्रम में हेड कांस्टेबल जगबीर सिंह ने लोगों को बताया कि बच्चों से बाल मजदूरी कराना क़ानून जुर्म है। इसमें जेल जुर्माना दोनों हो सकता हैं।
चाइल्डलाइन के कार्यकर्त्ता मेहताब खान ने सभी लोगों से अपील की बाल श्रम में लिप्त बच्चों की पहचान कर उनके पुनर्वास के लिए आगे आए और यदि किसी जगह बाल मजदूरी करते हुए कोई बच्चा नजर आए तो इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर अवश्य दें।
इस अवसर पर हेड कांस्टेबल ऋषिकांत इंदौलिया, सुमन सिंह नेहा उपाध्याय की सक्रिय भूमिका रही....