कुशलगढ़ समाज की एकता से जैन धर्म के विकास के लिए कार्य करना होगा आचार्य जिन चंद्र सागर महाराज*

 *कुशलगढ़ समाज की एकता से जैन धर्म के विकास के लिए कार्य करना होगा आचार्य जिन चंद्र सागर महाराज*




*ललित गोलेछा की रिपोर्ट*

55 वर्ष के अंतराल में कुशलगढ़ आचार्य श्री जिन चंद्र सागर महाराज थाना 24 का

नगर में मंगल प्रवेश बड़े धूमधाम के साथ हुआ जहां। गा दिया फार्म हाउस पर प्रातः 8:00 नवकारसी स्थानकवासी श्री संघ के अध्यक्ष रजनीकांत खाब्या परिवार ने लाभ लिया बैंड बाजों के साथ गुरुदेव आचार्य श्री का नगर प्रवेश जय घोष के साथ पुरुष वर्ग की सफेद वस्त्र में महिलाएं केसरिया व अन्य परिधान में जय कारा लगाती हुई चल रही थी जगह-जगह गुरुदेव का जैन अजैन स्वागत किया समाज जनों ने अक्षत श्रीफल भेंट कर गवली की नगर प्रवेश नगर भ्रमण कर होता हुआ केसरिया नाथ मंदिर पहुंचा जा धर्मसभा में परिवर्तित हो गया *आचार्य श्री जिन चंद्र सूरी जी महाराज साहब* ने उपस्थित श्रावक श्राविका को परिचय देते हुए कहा कि

  जैन समाज चाहे वह मूर्तिपूजक संघ को स्थानकवासी दिगंबर जैन समाज हो सब सब एकजुट होकर धर्म की प्रभावना फैला रहे हैं तुम्हारी एकता आज जैन समाज प्रकृति कर रहे हैं साथी अन्य समाज को भी सुखद महसूस कर रहा है उन्होंने कहा कि जैन एकजुट होकर कार्य करें जैन धर्म का विकास के लिए कार्य करना होगा जैन को अपनी पहचान बनानी होगी सोए समाज को जगाना होगा

उन्हें कुशलगढ़ वासियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नाम कुशल है कार्य भी कुशल है धर्म सभा में

*महाराज आनंद चंद्र सागर महाराज* ने कहा कि संयम मुक्त भोग और पूर्ण इतिहास के मध्य आत्म नियंत्रण की स्थिति है व्यवहारिक जीवन और आध्यात्मिक साधनों में सफलता के लिए इसे अनिवार्य माना गया हे

महाराज श्री ने कहा कि जिस व्यक्ति में संकल्प और संयम नहीं है वह मृत व्यक्ति के समान है ऐसा व्यक्ति जीवन पर विचार भाव और इंद्रियों का गुलाम बनकर रहता है संयम और संकल्प के अभाव में व्यक्ति के भीतर क्रोध भय हिंसा और व्याकुलता बनी रहती है जिसके कारण उसकी जीवन शैली अनियंत्रितऔर वैचारिक हो जाती है मानव जीवन के कल्याण के लिए संयम आवश्यक है

*धर्म सभा में महाराज श्री पदम चंद्र सागर महाराज* ने कहा कि

आचार्य श्री जींन चंद्र सागर महाराज ऐसे महान गुरु है जिन्होंने तब आराधना से समाज ही नहीं अपितु अन्य समाज को भी लाभ पहुंचाया है उन्होंने कहा कि गुरु भगवान से भी बढ़कर होता है क्योंकि गुरु हमें सही रास्ते पर चलना सिखाते हैं सही और गलत की पहचान करना सिखाते हैं सही भी तौर-तरीके हमें गुरु ही सिखाते वास्तव में गुरु की महिमा अनंत है

*धर्म सभा के पूर्व स्थानकवासी श्री संघ के अध्यक्ष रजनीकांत खाब्या मूर्ति पूजा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश कावड़िया विचार व्यक्त किए*

जैन युवा कवि यस खाब्या ने मनमोहक स्वागत गीत प्रस्तुत किया संचालन महामंत्री पंकज लुणावत ने किया

आज नवकारसी के लाभार्थी स्थानकवासी श्री संघ के अध्यक्ष रजनीकांत खाब्या अतिथि सत्कार के लाभार्थी प्रफुल्ल खबरिया का बहू मान समाज द्वारा किया गया

प्रभावना पवन गा दिया बाबूलाल चोपड़ा परिवार द्वारा की गई समाज के उपाध्यक्ष रमेश गा दिया झालोद समाज के प्रमुख के दिनेश भंसाली अर्चित भंसाली समाज के ट्रस्टी मुकेश लुणावत अशोक श्रीमार पारस मेहता राजेंद्र बस्सी वाला राजेंद्र मेहता चंद्रकांत मेहता मनीष लुणावत आनंद नांदेचा नगर पालिका अध्यक्ष बबलू भाई उपाध्यक्ष नितेश बैरागी पार्षद महावीर कोठारी नरेश गादियासुरेश गा दियासंतोष खाब्या श्रेयांश गादिया आदि प्रमुख उपस्थित थे

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