संस्कृत भारती राजस्थान क्षेत्र के प्रशिक्षण वर्ग का भव्य समापन समारोह।

 संस्कृत भारती राजस्थान क्षेत्र के प्रशिक्षण वर्ग का भव्य समापन समारोह।


संस्कृत भारती राजस्थान क्षेत्र के प्रशिक्षण वर्ग का समापन समारोह आज दिनांक 11 जून को अजमेर में हुआ जिसमें मुख्य वक्ता श्रीमान दिनेश कामत अखिल भारतीय संगठन मंत्री संस्कृत भारती ने बताया संस्कृत ज्ञान विज्ञान की भाषा है योग शास्त्र, विमान शास्त्र, चिकित्सा शास्त्र , वास्तु शास्त्र, खगोलशास्त्र  भूगोल आदि का ज्ञान संस्कृत में ही है। वेद पुराण उपनिषद की भाषा संस्कृत है । इसे जन-जन की भाषा बनाना है संस्कृत पढ़ने से मस्तिष्क का विकास होता है ।

मुख्य अतिथि श्रीमान सुनील दत्त जैन बताया कि संस्कृत को लोक भाषा बनाने में  कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । विश्व के 254 विद्यालयों में पढ़ाई होती है ।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अजमेर के माननीय सांसद श्रीमान भागीरथ जी चौधरी ने बताया। 

सरकार की तरफ से संस्कृत के लिए हर संभव प्रयास है कि आगे भी हम करेंगें।

कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में संस्कृत में नाटक  के सूत्रधार उदय तथा मुख्य पात्र हर्षवर्धन जसराज, विदुषी गुलाबी, दीप, सुजल निरमा, ललिता आदि ने प्रस्तुत किया गया।

शिविर का वृत प्रस्तुत श्रीमान राजेंद्र शर्मा शिक्षण प्रमुख संस्कृत भारती राजस्थान क्षेत्र ने किया। 

वर्ग के पालक डॉ.तगसिंहराजपुरोहित ने सभी का स्वागतकिया। राजस्थान के 16 जिलो से 71 शिक्षार्थी व 14 शिक्षक इस वर्ग में उपस्थिति दी।

कार्यक्रम के अध्यक्ष कृष्णा कुमार गौड ने सभी का धन्यवाद किया।

मंच का संचालन मधुसूदन शर्मा ने किया।

कार्यक्रम में सैकड़ों गणमान्य अतिथि श्रीमान् तुलसीदास शर्मा, हुलासचन्द, ताराचंद रेपस्वाल, मानाराम चौधरी, सवाई सिंह राजपुरोहित, श्रवण बिश्नोई, पाबुराम, कृष्णकुमार कुमावत, पवनव्यास,डॉ.रघुवीरशर्मा, महेश दाधीच, राकेश चौहान, रमन,विनोद अमरसिंह लक्ष्मणसिंह, प्रेम सुथार,भेराराम,अशोक

,महीपाल ढाका, कौशलसारस्वत अणिमा भूमिका रेपस्वाल, पलक लक्षिता,हेमकान्त मीठालाल माली श्रीमतीफूलवन्ती श्रीमती अरुणा,संगीता राठौड़, दिव्या ढूंढारा आदि उपस्थित रहे।

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