होली पर भी झुंझुंनूं जिले में आम जीवन बदहाल रहा , सडकें जर्जर ,खुले में अशुद्धतापूर्वक बिकती मिठाईयां, आवारा आंकिलों की भरमार 

होली पर भी झुंझुंनूं जिले में आम जीवन बदहाल रहा , सडकें जर्जर ,खुले में अशुद्धतापूर्वक बिकती मिठाईयां, आवारा आंकिलों की भरमार 
झुंझुंनूं(राजस्थान)सिंघाना ग्राम पंचायत के मुख्य दरवाजे के पास रास्ते में कचरा बिखरा पडा था । झुंझुंनूं जिले के चिडावा झुंझुंनूं सिंघाना सहित क ई कस्बों में खुले  में मिठाईयां बिक रही थी । लोगों में जनचर्चा थी कि रोड पर उडती धूल मिट्टी मिठाईयों पर पड रही थी जो कि 
स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकती है। लोगों में ये भी जनचर्चा थी कि कुछ ही समय पहले जिले के सिंघाना कस्बे में 16-2-2020 को ओनरेबल  जिला विशेष टीम व ओनरेबल सिंघाना पुलिस द्वारा  भारी मात्रा में 700 किलो  नकली पनीर नाकाबंदी के दौरान पकडा गया था ,ऐसे में होली के त्योहारी मौके पर झुंझुंनूं के ओनरेबल महान दयालु जिला प्रशासन द्वारा मिठाई विक्रेताओं की बडे पोमाने पर जांच नियमानुसार करनी चाहिए थी,खुले में मिठाई ना बेचने के लिए सख्त पाबंद किया जाना चाहिए था। लेकिन जनचर्चा के अनुसार मोटे तौर पर जिले में होली के अवसर पर मिठाई विक्रेताओं की कोई जांच या खुले में मिठाई न बेचने को पाबंद करने का कोई प्रकरण सुनने में नहीं आया। 
जनचर्चा ये भी है कि कुछ वर्षों पहले.झुंझुंनूं जिले मे़ एक उपखंड अधिकारी यानि एसडीएम महोदय श्रीमान शुभकरण जी बेनीवाल साहब रहे थे वो जिस कारगर तरीके से प्रशासन चलाते थे वैसा अधिकारी इन मिठाई विक्रेताओं.की निष्पक्ष जांच करके समस्या नही़ पाए जाने पर कोई बात नहीं और समस्या पाए जाने पर हल शैली में.जिले का निष्पक्ष और न्यायपूर्ण भला कर सकता है ।
चिडावा आदि कस्बों.में दुकानों.के आगे.रोड पर और रास्ते में ही सजावट टैंट लगाने की भी जनचर्चा थी ,लोग बोल रहे थे कि ऐसा करने.से दुर्घटनाओं  की भारी आशंका रहती है। सिंघाना चिडावा झुंझुंनूं सहित जिले के क ई रेजीडेंसीज में अतिक्रमण भी भारी समस्या होना जनचर्चा का विषय बना रहा। सिंघाना में रेलवे की पुरानी लाईनों से लेकर कस्बे के नरेश कोलेज रोड होते हुए मुख्य बाजार जहां बैंक आदि हैं.और वहां से ओनरेबल महान दयालु पुलिस.स्टेशन रोड होते हुए नारनौल बाई पास तक भारी भारी अतिक्रमण घोर मनमर्जी आम जन के साथ अन्याय दुर्घटनाओं का भारी अंदेशा खतरे का माहौल रहता है। ऐसा ही हाल नारनौल बाईपास से लेकर बुहाना मोड तक और अन्य मार्गों का बने होने की जनचर्चा है और ऐसा ही माहौल.चििडावा और जिलेे की अन्य 
रेजीडेंसीज का है अतिक्रमण के संदर्भ में 
जिसकी निष्पक्ष और न्यायपूर्ण जांच समस्या नहीं होने पर कोई बात नहीं और समस्या होने पर निष्पक्ष न्यायपूर्ण हल और भविष्य में अतिक्रमण न करने के लिए सख्त पाबंदी और अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों पर कडा आर्थिक जुर्माना लगाए जाने की दरकार  की भी जनचर्चा है। चिडावा झुंझुंनूं शहर सहित जिले में खुले में दुकान के आगे जमीन पर साग रोटा चाट पकौडी बेचे जाने और दुकानो रेहडियों पर चाट समोसा मिठाई आदि खुले मेंअशुद्धतापूर्वक मनमाने तरीके से बेचे जाने की जनचर्चाएं हैं ,साथ ही जनचर्चा ये भी है भोजनालय चाट समोसा मिठाई खुले में अशुद्धतापूर्वक मनमाने तरीके से तो बेचे ही जाते है साथ ही ग्राहक द्वारा हाथ धोकर संबंधित आईटम देने की कबूतर याचना करने पर व्यापारी महोदय नाक भौंह सिकोडकर चार बात ग्राहक को सुनाकर नाराज होकर तमाशा बनाने की कोशिश करते हैं। ल़ोग जनचर्चा ये भी करते हैं कि महान दयालु पीएम साहब महान दयालु सेंट्रल होम मिनिस्टर साहब महान दयालु राजस्थान के दो पावर सेंटर महान दयालु सीएम साहब और महान दयालु डिप्टी सीएम साहब और महान दयालु जिला प्रशासन को झुंझुंनूं जिले की प्रशासन पुलिस.मशीनरी का  भारीपैमाने पर थोक कै भाव  ट्रानसफर करके जिले में पूरी तरह नया प्रशासन व पुलिस प्रशासन ओनरेबल महान दयालु  कलेक्टर साहब और ओनरेबल महान दयालु एसपी साहब को छोडकर ( क्योंकि यै दोनों अभी न ए हैं और जनचर्चा के अनुसार ओनरेबल महान दयालु एसपी साहब तो वैसे भी जब से जिले की कमान.संभाली है अच्छे रिजल्ट्स दे रहे हैं ) चपरासी से लेकर ऊपर तक सभी विभागों में पुलिस सहित  आमूल चूल परिवर्तन कंपलीट ट्रांसफर होना चाहिए भारतीय संविधान और कानून का पालन करते हुए जब भी संभव.हो नियमानुसार पंचायत चुनाव आचार संहिता संपन्न होने के बाद । तभी  जिले का प्रशासन व पुलिस प्रशासन.लोककल्याणकारी हो सकता है। जनचर्चा के अनुसार अब सभी विभागों में पुलिस में लोकल कार्मिक हैं ,कांस्टेबल होम डिस्ट्रिक्ट में वर्षों से तैनात हैं सभी विभागों में पुलिस सहित ,सभी विभागों में लोकल कार्मिक वर्षों से तैनात हैं जो कि जिले की प्रशासनिक मशीनरी को ठप्प किए हुए.हैं। पुलिस में होम डिस्ट्रिक्ट के कार्मिक वर्षों से तैनात होना बहुत ही खतरनाक अवांछित और अन्यायपूर्ण साबित हो सकता है ,ऐसी जनचर्चा है । लोग कबूतर याचना आटल शालीनता से यही याचना करते हैं कि यदि महान दयालु पीएम साहब सेंट्रल होम मिनिस्टर साहब सीएम साहब और डिप्टी सीएम साहब यदि झुंझुंनूं जिले को एक सुचारू और न्यायपूर्ण कारगर पुलिस व सामान्य प्रशासन देना चाहते हैं तो उंहे लोकल कार्मिक नो पोस्टिंग और दो साल से ज्यादा नो पोस्टि़ग नियम का निष्पक्ष और न्यायपूर्ण पालन करना ही चाहिए अन्यथा लीपापोती तो ऐसा ही लचर मंथर प्रशासन ही दे सकती है ।  आवारा आंकिलों का प्रकोप भी जिले में सिंघाना चिडावा झुंझुंनूं सहित क ई कस्बों में पाए जाने की जनचर्चा है। जनचर्चा ये भी है कि चिडावा कस्बे में एक सरकरी ओफिस के सामने कच्ची दुकाने ज्यूस बिसकिट आदि की लगाई जाती हैं। लोग जनचर्चा करते हैंकि उक्त कच्ची दुकानों का कहीं सुविधा शुल्क तो नहीं दिया जाता है। उक्त कच्ची  दुकानें किसकी मिलीभगत से लगाई जाती हैं। निष्पक्ष जांच  होकर समस्या पाए जाने पर। हल होना चाहिए। लोग कबूतर याचना के साथ ये जनचर्चा भी करते हैं कि जिले में दूसरे जिलों से.प्राईवेट वाहनों की छत पर मिठाईयों के पीपे भारी मात्रा में लाए जाते हैं ,क्या नियमानुसार ऐसा करना उचित है ,इसकी निष्पक्ष और न्यायपूर्ण जांच राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा करवाई जाकर समस्या नहीं होने पर कोई बात नहीं.और समस्या पाए जाने पर दोषियों पर जुर्माना और समस्या का हल होना चाहिए । लोग ये भी जनचर्चा करते हैं कि सरकारी बसों में डिक्कियों में मिठाई के डब्बों का परिवहन होता है । दिल्ली तक और दूर दराज तक परिवहन होता है इसकी भी निष्पक्ष और न्यायपूर्ण जांच होकर गलती नहीं होने पर कोई बात नहीं और गलती होने पर समस्या हल होनी चाहिए। इसी तरह से लोग ये भी जनचर्चा करते हैं कि झुंझुंनूं जिले के एक कस्बे मेंपूरी  रात को भी फल की दुकानें लगती हैं और उनपर मनमाने दाम फलों के वसूले जाते हैं और रेट लिस्ट दुकान पर नहीं लगाई जाती इसकी भी निष्पक्ष और न्यायपूर्ण  जांच होकर समस्या पाए जाने पर हल और जुर्माना और नहीं होने पर कोई बात नहीं। 
लोग कबूतर याचना के साथ ये भी जनचर्चा करते हैं कि झुंझुंनूं जिले के एक कस्बे में सरकारी ओफिस के अंदर दिन और रात में व्यापारियों और अन्य प्राईवेट लोगों द्वारा गाडीयां पार्क की जाती हैं। एक सरकारी ओफिस में प्राईवैट गाडियों का पार्कि़ग स्थल हो जाना अनुचित है ऐसा जनचरचा है। जनचर्चा ये भी है कि उक्त पार्किंग की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए समस्या पाए जाने पर हल हो नही तोकोई बात नहीं । जनचर्चा ये भी है कि जिले में एक कस्बे में एक मेला लगा  हुआ है मेला स्थल के पास एक निजी अस्पताल है.लोग  कबूतर याचना के साथ जनचर्चा करते हैं कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि उक्त मेला निजी अस्पताल के पास लगाया गया है तो क्या उसमें नियमो का पालन हुआ है या नहीं । यदि नियमों का पालन हुआ है तो ठीक है वर्ना समस्या हल होनी चाहिए। संबंधित पक्षों पर जुर्माना होना चाहिए। 
जनचर्चा ये भी है कि जिले में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर कुछ सरपंच प्रत्याशी कथित तौर पर आचार संहिता की उल्लंघना यानि वायोलेशन करके लोगों को भोजन  मादक पदार्थों यानि इंटोक्सीकेशन  व सांस्कृतिक प्रोग्रामों का आयोजन. मनोरंजनों का प्रलोभन दे रहे हैं अब उक्त जनचर्चाओं में कितनी सच्चाई है और कितनी 
रयूमर्स हैं यानि अफवाह है ये प्रशासनिक जांच का विषय होना चाहिए और अफवाह होने पर कोई बात नहीं और.सच्चाई होने पर समस्या हल होनी चाहिए दोषियों पर दंड.होना चाहिए । ऐसी 
 जनचर्चा लोग भारतीय संविधान कानून का पालन करते हुए.अटल शालीनता लाल बहादुर विनम्रता और कबूतर याचना के साथ करते हैं। 
लोग जोरदेकर कबूतर याचना के साथ जनचर्चा करते हैं कि ओनरेबल महान दयालु दो पावर सेटर ओनरेसल सीएम साहब और और ओनरेबल डिप्टी सीएम,साहब और ओनरेबल जिला प्रशासन साहब को दयापूर्वक गंभीरतापूर्वक जिले की सभी समस्याओं का निष्पक्ष जाच कृवाकर उचित हल करना चाहिए ।


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