बाल श्रम मुक्त गांवो के निर्माण में एकजुट होने से ही सर्वोत्तम बाल हित संभव

 बांसवाड़ा राजस्थान जनतंत्र की आवाज ब्यूरो 

बाल श्रम मुक्त गांवो के निर्माण में एकजुट होने से ही सर्वोत्तम बाल हित संभव 


बागीदौरा ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का पुनर्गठन एवं आमुखीकरण कार्यशाला में हुआ मंथन 


बाँसवाड़ा 18 मार्च,2021 

सर्वोत्तम बाल हित एवम बाल संरक्षण को सुनिश्चित करने के प्रयासों की कड़ी में आज पंचायत समिति सभागार बागीदौरा मे सेव द चिल्ड्रन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के सयुक्त तत्वाधान में ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का पुनर्गठन एवं आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधान सुभाष खराड़ी तथा मुख्य अतिथि श्रम आयुक्त, विकास अधिकारी और बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य, उप अधीक्षक पुलिस, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी एवम प्रबंधक सेव द चिल्ड्रन के आथित्य मे सम्पन्न हुआ। 

प्रारम्भ मे विकास अधिकारी संजय चरपोटा द्वारा सभी अधिकारियो व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये सभी को बागीदौरा ब्लॉक में बच्चो की स्थिति से अवगत करवाया तथा उक्त विषय पर एकजुट होकर कार्य करने करने पर जोर दिया। 

सेव द चिल्ड्रन के दिनेश कुमार ने बताया कि उक्त आमुखीकरण कार्यशाला की आवश्यकता और उद्देश्य पर जानकारी देते हुए समेकित बाल सरंक्षण योजना और किशोर न्याय [बालको की देखरेख और सरंक्षण] अधिनियम 2015 की पालना में उक्त समितियों की महतता तथा प्रभावी संचालन एवं क्रियाशील करने पर जोर दिया। इसके साथ ही बाल अधिकार एवं बाल सरंक्षण के मुद्दे तथा ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का उद्देश्य एवं उक्त समिति की भूमिका एवं जिम्मेदारियों को विस्तृत रूप से साझा किया गया।

कार्यशाला में प्रधान सुभाष खराड़ी द्वारा अपने वक्तव्य में बताया की हमारे क्षेत्र में बच्चों की स्थिति हमसे छुपी हुई नहीं है तथा बच्चे जोखिम में जीवनयापन कर रहे है|ऐसी स्थिति में इस सदन में उपस्थित सभी ग्राम विकास अधिकारी व सरपंचो की अहम भूमिका हैं की वो सभी ग्राम पंचायत स्तर बाल सरंक्षण समिति का गठन सुनिश्चित करे तथा उनकी नियमित बैठके करते हुए इस क्षेत्र के बच्चो को जिस तरीके से अधिनियम की मंशा हैं उसके अनुसार खुशहाल जीवन प्रदान करने हेतु कार्य करे | साथ ही यहाँ पर उपस्थित बाल सरंक्षण समिति के कार्यकारिणी के सदस्यों से यह अपेक्षा की जाती हैं की प्रत्येक माह बाल सरक्षण समिति की नियमित बैठके का आयोजन करे तथा इन बच्चो से जुड़े हुए मुद्दों का एकजुट होकर कार्य करना शुरू करे | बच्चो को बाल भय मुक्त वातावरण उपलब्ध कराने तथा बच्चो को उपलब्ध सेवाओं से जोड़ने के लिए सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया | 

तत्पश्चात एस डी सोलंकी,सहायक श्रम आयुक्त द्वारा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए बालश्रम की समस्या पर प्रकाश डाला तथा बाल श्रम की रोकथाम के कारगर उपाय बताये, साथ ही इस बात पर जोर दिया कि हमें इन बाल संरक्षण समितियों की एकजुट होकर कार्य करने तथा क्रियाशील करते हुए जिला बाँसवाड़ा को बाल श्रम मुक्त जिला बनाना होगा। 

कार्य शाळा में सदस्य बाल कल्याण समिति मधुसूदन व्यास द्वारा देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की सभी श्रेणियों को विस्तार से समझाया। 

व्यास ने अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया की ग्राम पंचायत स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों द्वारा अपने क्षेत्र में रह रहे सभी बच्चों की सूची बनाकर, उनका श्रेणी वार विभाजन करते हुए बाल संरक्षण कार्य योजना बनाने हेतु प्रेरित किया। ऐसे किशोर जो बाल श्रम में लिप्त है, ऐसे किशोरों को कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ना होगा। साथ ही ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति की योजना का निर्माण हो, ताकि जिले में ऐसे संकटग्रस्त बच्चो को उचित पुनर्वास एवं उनके अधिकारों की रक्षा हो सके | उन्होंने उपस्थित जन प्रतिनिधियों को पॉक्सो पीड़ित बालिकाओं हेतु सरकार द्वारा प्रदान की जाने सहायता के बारे में जानकारी दी।

कार्यशाला में पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति गोपाल पाण्ड्या ने अपने उद्बोधन में बाल संरक्षण हेतु मौजुद व्यवस्थाओ/सेवाओ के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की | इस बात पर प्रकाश डाला की ICPS योजना एवं जेजे एक्ट की मंशा अनुसार उक्त समितियों का गठन, क्षमता वर्धन तथा सुद्रढीकरण किया जाना हम सभी का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बाल सरंक्षण हेतु पंचायतो के द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी प्रदान की | समाज में व्याप्त कुरूतियो से बच्चो पर पड़ने वाले दुष्परिणामो पर विस्तार से अपना पक्ष रखा | उन्होंने अपने अनुभवों को साँझा करते हुए बाल सरंक्षण की दिशा में किये गए प्रयासों से प्राप्त आत्मसंतुष्टि का वर्णन किया । 

कार्यशाला में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी द्वारा विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी प्रदान की।

नीरज दोसी, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रम एवम प्रयासों पर विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम मे सरपंचो एवम अध्यक्ष ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समितियों द्वारा अपने क्षेत्र मे किए जा रहे बेहतर कार्यो एवम अनुभवों को भी साझा किया गया।

कार्यशाला में समस्त ग्राम पंचायतो के सरपंच, सचिव सहित सेव द चिल्ड्रन के कार्यकर्त्ता, प्रमोद पंड्या, आई पी ग्लोबल ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर आदि उपस्थित रहे | कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मण लाल डामोर ने किया व धन्यवाद ज्ञापन दीपक नायडे, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ने किया |

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