घंटों सड़क जाम किया* *तीन दर्जन से अधिक आंदोलनकारियों ने गिरफ्तारी दी*

 लातेहार। *कृषि कानून के खिलाफ भारत बंद पर लातेहार चंदवा मे किसान एकजुटता मंच के बैनर तले महागठबंधन दलों कांग्रेस, जेएमएम, माकपा, किसान सभा, आंदोलन कारी मोर्चा ने रैली निकाली*


*घंटों सड़क जाम किया*


*तीन दर्जन से अधिक आंदोलनकारियों ने गिरफ्तारी दी*






केंद्र की भाजपा सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान पर चंदवा मे किसान एकजुटता मंच के बैनर तले महागठबंधन दलों कांग्रेस, झामुमो, माकपा, झारखंड राज्य किसान सभा और झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुभाष चौंक से रैली निकाली जो मुख्य शहर होते हुए इंदिरा गांधी चौंक में पहुंचकर सड़क जाम में तब्दील हो गया, इसका नेतृत्व संयुक्त रूप से कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष असगर खान, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सुरेश गंझु, माकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह, झारखंड राज्य किसान सभा के जिला अध्यक्ष अयुब खान और झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा सचिव जितेंद्र सिंह कर रहे थे, इसमें शामिल प्रदर्शनकारी किसान विरोधी मोदी सरकार होश में आओ, किसान विरोधी कृषि बिल वापस लो, आज भारत बंद रहेगा, मोदी की हिटलर तानाशाही नहीं चलेगी आदि नारे लगा रहे थे, सड़क जाम में सभा किया गया जिसकी संचालन झारखंड राज्य किसान सभा जिला अध्यक्ष अयुब खान ने की, सभा को संबोधित करते हुए रामयश पाठक, सुरेन्द्र सिंह, सुरेश गंझु, जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाया गया किसान विरोधी कृषि बिल के खिलाफ यह दूसरी बार भारत बंद हो रहा है, सरकार अन्नदाता किसानों से क्यों डर रही है, सरकार आखिर कृषि कानून वापिस क्यों नहीं कर रही है, दस महीने क्या किसान विरोधी कृषि बिल को लेकर 10 सालों तक संघर्ष करना पड़ेगा तो किया जाएगा, अभी तो किसानों की एक ही सीजन की फसल कटी है, किसान बातचीत को तैयार हैं मगर देश के अन्नदाता किसानों से सरकार बातचीत को तैयार नहीं हैं, मोदी सरकार जिस  किसानों की उपजाया हुआ अन्न खाकर जिवित हैं लेकिन देश के वही किसान उन्हें पसंद नहीं है, जब किसान का मोदी नहीं हो सकते तो देशवासियों का क्या होंगे, आज इसी लिए मोदी सरकार खेती किसानी के साथ साथ सरकारी संम्पतियों को अडानी अंम्बानी के हाथों बेचकर देश को गुलाम बनाना चाह रहे हैं,

सड़क जाम स्थल पर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक आशुतोष कुमार पहुंचे जहां उन्होंने आंदोलनकारी नेताओं से वार्ता किया, इसके बाद थाना प्रभारी ने प्रदर्शन में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर कैंप जेल पथ निर्माण विश्रामागार ले गए जहां दोपहर के बाद सभी को छोड़ दिया गया,

सड़क जाम करीब 1 घंटा से अधिक समय तक रहा,

गिरफ्तारी देने वालों में

कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष असगर खान, रामयश पाठक, श्री राम शर्मा, पूर्व शिक्षक सरवर अली, धनेश्वर सिंह, सेवादल जिला अध्यक्ष बाबर खान, लखन जायसवाल, बबलु खान, छटन राम, मतिया देवी, मलीजान खान, सत्यनारायण गंझु, अरूण भारती, बालजी उरांव,

माकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह,

झारखंड राज्य किसान सभा जिला अध्यक्ष अयुब खान,

रशीद मियां, पचु गंझु, ललन राम, मनु उरांव, संजय मुंडा, सनिका मुंडा, ननकु मियां, इफ्तेखार खान, बैजनाथ ठाकुर, द्वारीका ठाकुर, बिनोद उरांव, सुलेन्दर गंझु, गणपति लोहरा, साजीद खान, रमजान सांई चिस्ती, तबरेज खान, असरफुल खान, अजीज अंसारी, निरंजन ठाकुर,

झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सुरेश गंझु,   मीडिया प्रभारी शुभम गिरी, युवा मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष बबलु राही, प्रखंड सचिव मो0  सरफराज, सुमीत कुमार, दशहाई उरांव, सुरेश मिस्त्री, सजान अंसारी, मो0 अरसद, रसीद खान, जतरु मुंडा,

आंदोलन कारी मोर्चा सचिव जितेंद्र सिंह, धनेश्वर उरांव, सुजीत कुमार शामिल थे।

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