चाइल्डलाइन के साथ मिलकर तरुण चेतना ने बनाई कुपोषण से मुक्ति की रणनीति*

 *चाइल्डलाइन के साथ मिलकर तरुण चेतना ने बनाई कुपोषण से मुक्ति की रणनीति*




*बच्चों में कुपोषण स्वस्थ समाज के लिए धब्बा - निखिल उत्तम*

सुभाष तिवारी लखनऊ


प्रतापगढ़ पट्टी, तरुण चेतना व चाइल्डलाइन 1098 के तत्वाधान में पट्टी व आसपुर देवसरा के अति पिछड़े समुदाय के साथ छ: माह से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चो को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए तरुण चेतना व जीव दया फाउंडेशन के सहयोग से बच्चों को पौष्टिक आहार वितरण किया जाएगा।

इस अवसर पर तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि  संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है. दक्षिण एशिया में भारत कुपोषण के मामले में सबसे बुरी हालत में है. श्री अंसारी के अनुसार कई सर्वेक्षणों में पाया गया कि देश के सबसे गरीब इलाकों में आज भी बच्चे भुखमरी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इस ओर ध्यान दिया जाए तो इन मौतों को रोका जा सकता है. इसके लिए संस्था ने जीव दया फाउंडेशन के साथ मिलकर जिले के पांच स्थानों पर प्रतिदिन बच्चों को दूध व अन्य पौष्टिक आहार देने का प्लान किया है। इससे कुपोषण जैसी भयावह स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।

जीव दया फाउंडेशन दिल्ली के कार्यक्रम समन्वयक निखिल उत्तम ने कहा कि बच्चों में कुपोषण स्वस्थ्य समाज के लिए एक धब्बा है।

इसका एक प्रमुख कारण गरीबी है- बहुत से लोग पैसों की कमी के कारण नियमित सन्तुलित खाना हासिल नहीं कर सकते। आर्थिक तंगी के कारण कुपोषण की स्थिति बच्चों में साफ दिखाई देने लगती है।

 और ऐसे में शरीर बीमारियों से लड़ नहीं पाता और कुपोषण बढ़ जाता है। 

इसी क्रम में चाइल्डलाइन 1098 के सदस्य हकीम अंसारी ने बाल अधिकार पर चर्चा करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कारगर साबित होगा बच्चे हमारे देश के कल के भविष्य हैं

कुपोषित जैसे बीमारी को भगाने के लिए कार्यक्रम की शुरुआत नेवादा से किया गया।

इस दौरान मेहताब खान अभय राज यादव, मुजम्मिल हुसैन, बृजलाल वर्मा, शकुंतला, कलावती बर्मा, राकेश गिरी आदि लोग उपस्थित रहे।

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