चौमूं पुलिस की शह से पनपता शहर में गुंडाराज, खुलेआम नो पार्किंग के नाम पर ठेकेदार की अवैध वसूली.........


चौमूं पुलिस की शह से पनपता शहर में गुंडाराज, खुलेआम नो पार्किंग के नाम पर ठेकेदार की अवैध वसूली......... 



पुलिस पर लगे ठेकेदार से सांठगांठ के आरोप, सवाल पूछने पर बौखलाए एसीपी ने कहा *" मेरा माथा मत खाओ, फालतू का है इश्यू "*........ 


तानाशाही कहे या गुडांराज- *"गाड़ी में बैठे व्यक्ति को क्रेन लगाकर ले गए ठेकेदारकर्मी "*


 चौमूं नगरपालिका की तानाशाही कहे या गुंडाराज कहे, खाकी की लाचारी कहे या फिर कहे मिलीभगत सभी कारणों में मरना तो आम आदमी को ही पड रहा है. जंहा एक ओर सरकार कोरोना महामारी के बाद आमजनता को राहत देने की कारगुजारियों में लगी हुई है, तो वही दूसरी ओर सत्ता के मद में चूर कांग्रेस पार्टी के ही पालिका अध्यक्ष विष्णु सैनी ना की शहर में दहशत का माहौल बना रहे हैं ब्लकि पुलिस प्रशासन से मिलीभगत कर नो पार्किंग के नाम पर जनता को लूटने का काम कर रहे हैं. और यह  हम नहीं बल्कि शहर का हर वह आम आदमी कह रहा है जो इस पीड़ा से गुजर रहा है, यह बात शहर का व्यापारी कह रहा है, यह बात शहर के अधिवक्ता कह रहे हैं, यह बात शहर के जनप्रतिनिधि कह रहे हैं. अगर इस मामले में कोई खामोश है तो वह या तो पुलिस है या फिर लूटकसौट करने वाले लूटरे है. जिस आस और उम्मीद से चौमूं शहर की जनता ने कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत देकर शहर के विकास और शहरवासियों की खुशहाली के लिए सत्ता के सिंहासन पर बैठाया था, आज पालिका अध्यक्ष ने अपने तानाशाही रवैये से उसे अब नाउम्मीद की चादर में लपेट दिया. तो वही दूसरी पालिका के इस खुले खेल में खामोश बैठी खाकी से भी शहर की शाति व्यवस्था की उम्मीद ना के बराबर होती जा रही है,क्योंकि अगर खाकी ही नेताओं की चापलूसी छोड़ जनता की सुरक्षा में दिखाई देती तो जनाब इस अवैध नो पार्किंग चालान के खेल में गाड़ी पर बैठा यह आदमी क्रेन से लटक कर सरेआम नहीं घूमता.

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