भारतमाता को निर्मल व सुन्दर बनाने में एक योगदान ऐसा भी...*

 *भारतमाता को निर्मल व सुन्दर बनाने में एक योगदान ऐसा भी...*




 *ललित गोलेछा ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट*


*कल्पेश ठाकुर,प्रधानाचार्य, विद्या निकेतन उप्रावि.नौगामा* (बाँसवाड़ा) को क्षेत्र व प्रान्त संगठन मन्त्री जी द्वारा सम्मानित किया गया।

पर्यावरण संरक्षण के अन्तर्गत श्री कल्पेश ठाकुर ने विगत वर्षों से one time use प्लास्टिक को व्यक्तिगत जीवन मे उपयोग नहीं करने का संकल्प लिया हुआ है।

Use & throw प्लास्टिक जो पर्यावरण का बहुत बड़ा शत्रु है,ये ना तो गलता है,ना ही जलता है,धरती माता तो बंजर बनाता है और गलती से कोई अबोला पशु इसे खा लेता है तो उसके प्राण तक संकट में आ जाते है।ऐसे में इसका उपयोग जाने-अनजाने जीव हत्या का पाप हमसे करवाता है।

श्री ठाकुर ने इस प्रकार का संकल्प लेकर समाज के समक्ष ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है।

आदरणीय शिवप्रसाद जी ने वर्षो से इस प्रकार के प्लास्टिक में विरुद्ध मुहिम चला रखी है। वे स्वयं वर्षो से व्यक्तिगत जीवन मे इसका उपयोग नहीं करते हैं और पूरे राजस्थान क्षेत्र में 1000 के लगभग विद्या निकेतन विद्यालयो में इसे प्रतिबंधित कर दिया है,यहाँ तक की जिस किसी सहभोज में इस प्रकार का use & throw का उपयोग होता देखते है,वहाँ वे भोजन नहीं करते है।

इस प्रकार उनका जीवन ही पर्यावरण संरक्षण के लिए एक आदर्श रूप में परिलक्षित होता है।

विद्या भारती के  दो दिन के प्रवास  के दौरान जिला प्रधानाचार्य बैठक में उन्होंने पर्यावरण संरक्षण विषय पर जिले के संस्था प्रधानों को संबोधित किया,जब उन्होंने ने पूछा कि इस प्रकार से कोई कार्यकर्ता हमारे मध्य है,जो इस प्रकार के प्लास्टिक का दैनिक जीवन मे उपयोग नहीं करता तो जिले से एक नाम आया -श्री कल्पेश ठाकुर।

उनके इस प्रेरणादायी जीवन से कई प्रधानाचार्यो ने संकल्प लिया।

साथ ही समाज मे इको ब्रिक बन कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य विद्या भारती बांसवाड़ा के जिला सचिव ललित दवे प्रांत संगठन मंत्री गोविंद कुमार भाई साहब बजाती समिति के सचिव मानेगजी पटेल आदि उपस्थित थे

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