सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की पक्षपात भेदभाव नीति के चलते हैं माननीय मुख्यमंत्री की विशेष उड़ान योजना विफल


   सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की पक्षपात भेदभाव नीति के चलते हैं माननीय मुख्यमंत्री की विशेष उड़ान योजना विफल होती नजर आ रही है उसका सीधा साधा कारण है उड़ान योजना के प्रचार प्रसार हेतु विभाग में ऐसे ईमानदार अधिकारियों के हाथ मे बागडोर दी है जो यह कहते नजर आते हैं विज्ञापन हम नहीं माननीय मुख्यमंत्री देते हैं क्या आपकी पहुँच मुख्यमंत्री तक है। ऐसे में छोटे समाचार पत्रों को कैसे न्याय मिले कैसे उड़ान योजना का प्रचार प्रसार करें पूछने पर बोलते हैं क्या आपकी पहुंच मुख्यमंत्री तक है आप उनसे लिखा लाओ  तो हम विज्ञापन दे देंगे ऐसे में छोटे मंझले समाचार कहा जाए तो कहां जाए ??अखबारों के साथ माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने पक्षपात क्यो किया है ? जबकि  3.1.2022 पिंकसिटी प्रेस क्लब में मुख्यमंत्री महोदय घोषणा करके आये थे कि मुख्यमंत्री की विशेष उड़ान योजना को सफल बनाने के लिए सभी बिना मान्यता एव मान्यता प्राप्त को विज्ञापन दिए जाएं ।लेकिन छोटे समाचार पत्रों के साथ पक्षपात क्यो किया गया । क्या माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने किया है कि किस समाचार पत्रों को फिक्स रेट पर देना है किसको नही ? लेकिन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के ईमानदार अधिकारियों का कहना कि किस को देना है किसको नही ये सूबे के मुखिया के ऑफिस cmo से तय होता है ऐसे में छोटे मंझले समाचार पत्र के साथ विभाग के ईमानदार अधिकारी सौतेला व्यवहार करते है! चूंकि छोटे अखबार मोटा कमीशन नही दे सकते । ऐसे में उड़ान योजना सिर्फ सरकारी कागजो में सिमट कर रहती नजर आती जा रही है !सवाल ये खड़ा होता है क्या अब माननीय मुख्यमंत्री महोदय के पास अब यही काम बचा है कि किस को विज्ञापन देना है किस को नही ?????.....

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